
लुधियानाः पंजाब में किसानों द्वारा लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं किसानों ने बीते दिन एक बार फिर से आप विधायकों के घरों के बाहर 10 मार्च को धरना लगाने का ऐलान किया है। वहीं इस मामले को लेकर पूर्व व IPS भारत के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष Iqbal Singh Lalpura ने कहा कि वह खुद किसान है। उन्होंने कहा कि किसानी घाटे का सौदा है। उन्होंने कहा कि यहां पर ना तो एग्रीकल्चर बेस्ड इंडस्ट्री लगी हुई है और ना ही दूसरे सहायक धंधों का काम है। उन्होंने कहा लुधियाना में एक ही खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी बनी हुई है, लेकिन उसके अलावा कहीं भी यूनिवर्सिटी नहीं है।
वहीं किसानों को लेकर कहाकि केंद्र और पंजाब को मिलकर बैठकर मसले को हल करना चाहिए। किसानों की खेती के साथ मिलते हुए धंधों पर फोकस किया जाए ताकि किसानों को विदेश जाने के लिए मजबूर ना होना पड़े। वहीं शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर कहा कि वह भी जल्द खुल जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक साहिब को अर्पण करके गुरुपर्व पर कहा था कि अगर कुछ भाईयों को ये कानून सही नहीं लगते तो इन्हें वापिस ले लिया जाता है। इकबाल सिंह ने कहाकि अगर वह कानून गलत है तो अच्छे बिल कहां है।
उन्होंने कहा कि यही बात केजरीवाल ने दिल्ली में कही थी कि यह बिल बहुत बढ़ियां और बाद में कहा कि बिल गलत है। इकबाल सिंह ने कहा कि खेती इंडस्ट्री के अधिकारियों और किसानों के साथ मिलकर सरकार को नई खेती की उपजाउ के बारे में विचार करना चाहिए, ताकि किसानों को भी खेती से फायदा हो सके। अमन अरोड़ा के मनजिंदर सिरसा के वेहले रहने के बयान पर इकबाल सिंह ने कहा कि 3 साल सरकार को सत्ता में आए हुए हो गए है। ऐसे में पंजाब की कानून व्यस्था में उनको सुधार लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनियां भर में लॉ एंड ऑर्डर मेनटेन किया जाना चाहिए और लोगों में प्यार बनाए रखना चाहिए।