अमृतसरः पंजाब में गोलियां चलने के मामलों में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। वहीं दीवाली की रात जहां लोग घरों में पटाखे चला रहे थे, वहीं दो पक्षों में खूनी झड़प होने की घटना सामने आई है। दरअसल, थाना राजासांसी के गांव कोटला डूम में दिवाली की रात पटाखे चलाने की बात पर दो पक्षों में खूनी झड़प हुई। दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष पर गोलियां चलाई गई।
इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 3 लोग घायल हो गए। मृतक की पहचान 42 वर्षीय कश्मीर सिंह पुत्र काला सिंह के रूप में हुई है। वहीं घटना में घायलों की पहचान लवप्रीत सिंह पुत्र गुरमेज सिंह, गुरमेज सिंह और मंगल राम के रूप में हुई है। घायलों को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घटना के बारे में जानकारी देते हुए मृतक कश्मीर सिंह के बड़े भाई बलदेव सिंह ने बताया कि उनके गांव में रहने वाला प्रवासी मजदूर मंगत राम जो कि सरपंची चुनाव हार चुके गुरबाज सिंह के पास रहता था।
वह गली में पटाखे चला रहा था। जिसे गांव के गांव के व्यक्ति लवली पटाखे चलाने से रोका। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के साथी घटना स्थल पर इकट्ठे हो गए। जिसके बाद पहले तो दोनों पक्षों में जमकर पत्थर चलें। बलदेव सिंह ने बताया कि इस मौके पर वह और उसका भाई कश्मीर सिंह दोनों पक्षों को समझाने गए और उन्होंने दोनों पक्षों को शांत करवाया। उन्होंने बताया कि सरपंच निशान सिंह के नेतृत्व में आए 10 से 12 हथियारबंद लोग साहिब सिंह पुत्र जागीर सिंह के घर की छत पर चढ़ गये और गोलियां चलानी शुरू कर दी।
इस घटना में कश्मीर सिंह की मौत हो गई और 3 लोग घायल हो गए। बलदेव सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि हत्या वोटों की रंजिश के कारण हुई है। क्योंकि वह गुरबाज सिंह के गुट के साथ थे, जो पंचायत चुनाव के दौरान हार गए थे और हमने सरपंच निशान सिंह को वोट नहीं दिया था। जिसके चलते उनके द्वारा यह फायरिंग की गई। पुलिस ने पीड़ितों के बयानों के आधार पर मौजूदा सरपंच निशान सिंह कोटला समेत 12 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।