बरनालाः पीआरटीसी कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान गर्मी से मौत हो गई। मृतक बरनाला में पीआरटीसी डिपो में मिस्त्री का काम करता था। पटियाला में खराब हुई एक पीआरटीसी बस की मरम्मत करके लौटते समय उनकी तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई।
पीआरटीसी व पनबस मुलाजिम यूनियन ने मृतक के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। पीआरटीसी मैनेजमेंट के साथ बैठक के बाद कोई मांग नहीं मानी गई, रोष स्वरूप बरनाला डिपो की बसें बंद कर दी गईं। अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो मृतक का शव बरनाला के बस स्टैंड के सामने रखकर धरना देने की चेतावनी दी गई है। यूनियन नेताओं ने कहा कि आज पूरे पंजाब में 27 डिपो की बसें बंद रहेंगी।
पीआरटीसी कर्मचारी यूनियन के नेता सुखपाल सिंह ने कहा कि उनके साथी मुलायम की ड्यूटी दौरान मौत हुई है, परंतु दो दिन बीत जाने के बाद भी सरकार और मैनेजमेंट ने उनकी कोई सार नहीं ली। हमारी यूनियन ने मृतक के परिवार को मुआवजा देने और सरकारी नौकरी देने की मांग की है, परंतु मैनेजमेंट ने कोई बात नहीं मानी।
जिसके चलते पीआरटीसी कर्मचारियों ने इस संबंध में संघर्ष का ऐलान किया है। जिसके तहत आज बरनाला पीआरटीसी डिपो को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कल 12 बजे तक हमारी मांगें नहीं मानी तो वे पंजाब भर में 27 सरकारी बसों के डिपो बंद रखकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि मृतक कर्मचारी का शव बरनाला के बस स्टैंड के सामने रखा जाएगा और मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखा जाएगा।