किसान नेता सरवन सिंह बोले, मीटिंग के बाद होगी अगली रणनीति तय
पटियालाः पंजाब के किसान अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे संगठन से जुड़े 100 सदस्य शंभू बॉर्डर से आगे बढ़े। पुलिस उन्हें आगे नहीं जाने दे रही। पुलिस की तरफ से गोले छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। अब तक करीब 26 से ज्यादा गोले छोड़े जा चुके हैं। दूसरी तरफ 101 किसानों का जो जत्था बाॅर्डर पर की गई बैरिकेडिंग तक पहुंचा था, वह अब वापस लौट आया है। हरियाणा पुलिस की तरफ से प्लास्टिक की गोलियां भी चलाई जा रही हैं। इस घटना में कई किसान घायल हो गए है। वहीं शंभू बॉर्डर पर ढाई घंटे तक चले भारी विरोध प्रदर्शन के बीच किसान नेताओं ने अपने जत्थे को वापस बुला लिया है। 101 किसानों क जत्था दिल्ली कूच करने वाला था, लेकिन उस जत्थे को वापस बुला लिया गया है। अब किसान नेता शंभू बॉर्डर पर मीटिंग करेंगे और आगे की रणनीति बताएंगे। मीटिंग के बाद किसान नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। किसान मजदूर मोर्चा ने जत्थे को वापस बुलाने का फैसला किया है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि मीटिंग के बाद आगे की रणनीति के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि आंसू गैस के गोले से 6 किसान घायल हुए हैं।
केएमएम नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, किसानों के पैदल जत्थे ने हरियाणा पुलिस के साथ टकराव के बाद वापस आने को कहा है। धुआं छोड़ने की घटना में छह लोग घायल हो गए हैं। एक घंटे बाद किसान यूनियनें बैठक करेंगी और पैदल मार्च के भविष्य की रणनीति तय करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। इससे पहले, हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा सीमा पर शंभू में लगाए गए मल्टीलेयर बैरिकेड्स के पास पहुंचे प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। शंभू धरना स्थल से दिल्ली की ओर पैदल मार्च शुरू करने वाले 101 किसानों के ‘जत्थे’ (समूह) पर प्रदर्शनकारी किसानों को वापस जाने के लिए मजबूर करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे गए।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि कुछ किसान घायल हो गए और उन्हें एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया। इस बारे में पंढेर ने कहा कि छह किसान आंसू गैस के गोले से घायल हुए हैं। कुछ किसान सड़क से लोहे की कीलें और कंटीले तार उखाड़ते देखे गए और उन्होंने धुएं से बचने के लिए गीले जूट के थैलों से अपने चेहरे ढके हुए थे। किसानों ने दावा किया कि हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर आंसू गैस के गोले दागे जो शांतिपूर्वक आगे बढ़ना चाहते थे। अंबाला जिला प्रशासन ने पहले ही बीएनएसएस की धारा 163 के तहत एक आदेश जारी कर दिया है, जिसमें जिले में पांच या अधिक लोगों की किसी भी गैरकानूनी सभा को प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही अंबाला के कई गांवों में 9 दिसंबर तक के लिए इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया गया है।