किसान नेता डल्लेवाल का आया बड़ा बयान
पटियाला: पंजाब के किसान अपनी मांगों के लिए फरवरी से शंभू बाॅर्डर पर मोर्चा लगाकर बैठे हैं। अब किसानों ने पैदल दिल्ली जाने का एलान किया है। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे संगठन से जुड़े 100 सदस्य शंभू बॉर्डर से आगे बढ़े। पुलिस उन्हें आगे नहीं जाने दे रही। पुलिस की तरफ से गोले छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। अब तक करीब 26 से ज्यादा गोले छोड़े जा चुके हैं। दूसरी तरफ 101 किसानों का जो जत्था बाॅर्डर पर की गई बैरिकेडिंग तक पहुंचा था, वह अब वापस लौट आया है। हरियाणा पुलिस की तरफ से प्लास्टिक की गोलियां भी चलाई जा रही हैं। अब तक 7 किसान जख्मी हो चुके हैं। अमृतसर के स्वर्ण सिंह टांग पर प्लास्टिक की गोली लगने से घायल हुए हैं। पुलिस ने एक साथ किसानों पर 11 गोले दागे। अब तक कुल 21 गोले हरियाणा पुलिस की तरफ से दागे गए हैं। इस घटना में 7 किसान घायल हुए है।
वहीं इस मामले को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का बयान सामने आया है। डल्लेवाल ने कहा कि किसानों द्वारा यह फैसला किया गया था कि वह 10 दिन तक आमरण अनशन पर बैठेंगे और उसके बाद वह पैदल दिल्ली कूच करेंगे। डल्लेवाल ने कहा कि आज दिल्ली कूच के दौरान 100 लोगों के लिम्टिड जत्थे को प्रशासन द्वारा रोकने का जो काम किया गया है वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस घटना के दौरान सरकार ने अपनी नीयत सप्ष्ट कर दी है। डल्लेवाल ने कहा कि लोग हमें कह रहे थे कि किसानों ने रास्ता बंद किया है।
अब उन्हें सरकार के पूछना चाहिए कि किसानों को आप दोष दे रहे थे, लेकिन अब लिम्टिड किसान पैदल जा रहे थे, लेकिन प्रशासन द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े गए और प्लास्टिक की गोलिया दागी गई। इस घटना में 7 किसान घायल हो गए। लोगों को सरकार के पास जाकर पूछना चाहिए कि क्यों किसानों को परेशान किया जा रहा है। डल्लेवाल ने कहा कि प्रशासन द्वारा 3 अन्य जगह पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि 13 कंपनियां पुलिस, एक-एक कंपनी CRPF और BSF की तैनात की गई है। कुल करीब डेढ़ हजार से ज्यादा कर्मचारी तैनात हैं। 3 JCB, वाटर कैनन व्हीकल, 3 वज्र वाहन, 20 रोडवेज बसें और पुलिस की 7 बसें खड़ी की गई हैं। 30 किमी के एरिया में 3 जगह यानी थ्री लेवल बैरिकेडिंग की गई है।
वहीं शंभू बॉर्डर को लेकर किसान नेता ने कहा कि वहां पर 3 लेयर बैरिकेडिंग की गई है। हरियाणा पुलिस ने सीमेंट की पक्की दीवार बना रखी है। पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात है। पुल के नीचे पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के करीब 1 हजार जवान तैनात हैं। वज्र वाहन और एंबुलेंस भी मौजूद हैं।