चंडीगढ़ः पंजाब में बड़े हमले को लेकर आंशका जताई गई है। दरअसल, बीएसएफ को मिले इनपुट को लेकर कहा जा रहा है कि सरहदी इलाके में किसी बड़े हमला हो सकता है, जिसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। नई दिल्ली स्थित बीएसएफ हेडक्वार्टर से डीआईजी, कमांडेंट, 2आईसी और इंस्पेक्टर रैंक सहित 7 अफसरों की टीम चंडीगढ़ पहुंची। जहां टीम ने गृह सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह के साथ करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की।
इसमें पंजाब पुलिस के भी कई अफसर शामिल थे। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरदासपुर और पठानकोट में आतंकी हमले को लेकर बड़े इनपुट मिले हैं जिन्हें बीएसएफ ने पंजाब सरकार, एनआईए और भारतीय खुफिया एजेंसियों के साथ साझा किया है। यहां तक कि बीएसएफ दिल्ली हेडक्वार्टर से आए अफसरों ने बॉर्डर एरिया में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने को लेकर भी बात की।
बीएसएफ के अफसरों ने गृह सचिव से सरहदी इलाके में पंजाब सरकार की ओर से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने की दिशा में नाइट विजन कैमरा, हथियारों और ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम और बॉर्डर एरिया के थानाें की मुस्तैदी बढ़ाने के लिए कहा है। बीएसएफ के अधिकारियों ने पंजाब पुलिस, एनआईए और अन्य एजेंसियों के साथ सरहदी इलाके से इन दिनों बढ़ी टेरर फंडिंग को लेकर इनपुट साझा किए हैं। टेरर फंडिंग के जरिए एक बार फिर प्रदेश में खालिस्तानी आतंकी मूवमेंट को हवा देने की कोशिश की जा रही है। केजेडएफ के चीफ रणजीत सिंह नीटा ग्रीस में बैठे जसविंदर सिंह मन्नू और यूके बैठे जगजीत सिंह के जरिए आतंकी हमलों को अंजाम देने की प्लानिंग की जा रही है।