
मोगाः जिले में शिवसेना नेता के कत्ल मामले में पुलिस ने सख्त एक्शन लिया है। दरअसल, 2 दिन पहले शिवसेना नेता शिव अग्रवाल मंगत राम हमलावरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी। जिसको लेकर पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीनों आरोपी घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाश अरुण उर्फ दीपू को अपनी बाईं टांग में गोली लगी, जबकि अरुण उर्फ सिंहा को दाईं टांग में गोली लगी। इसके अलावा राजवीर उर्फ लड्डू को भागने की कोशिश करते हुए चोटें आई हैं। तीनों आरोपियों को इलाज के लिए मलोट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार जब पुलिस टीम ने आरोपियों को उनके छिपने के स्थान पर घेर लिया, तो आरोपियों अरुण उर्फ दीपू, अरुण उर्फ सिंहा और राजवीर उर्फ लड्डू ने पुलिस पार्टी पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। दोषी ने 0.32 पिस्टल से दो गोलियां और 0.30 पिस्टल से तीन गोलियां चलाईं। पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलीबारी कर जवाबी कार्रवाई की। इसमें अरुण उर्फ दीपू की बाईं टांग में गोली लगी। जबकि अरुण उर्फ सिंहा की दाईं टांग में गोली लगी थी। राजवीर उर्फ लड्डू भागने की कोशिश करते हुए घायल हो गया। तीनों आरोपियों को इलाज के लिए मलोट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले शुक्रवार शाम को मृतक के परिवार और हिंदू संगठनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए मोगा-फिरोजपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया था। परिवार ने कहा था कि विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा और मंगत राय का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जाएगा जब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और वित्तीय सहायता नहीं दी जाती। शुक्रवार शाम को ही हत्या के तीन दोषियों ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करके हत्या की जिम्मेदारी ली। हमलावरों ने कहा कि वे मंगत राय मंगा से नाराज थे। वे धमकी देकर पैसे लेते थे, जिसके कारण वह निराश हो गया और मंगत राय को गोली मार दी। आरोपी ने सैलून में हुई गोलीबारी की जिम्मेदारी भी ली।