
मोगाः जिले की अदालत में जग्गी जौहल को लेकर सुनवाई हुई, जहां कोर्ट ने जग्गी को एक केस में बरी कर दिया है। जग्गी जौहल पंजाब में हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग का आरोपी है, जिस पर एनआईए जांच कर रही है। जौहल पर डेरा प्रेमी गुरदीप की हत्या के अलावा आरएसएस के प्रमुख बिग्रेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या का आरोप है। जग्गी जौहल की गिरफ्तारी के बाद यूके में काफी शोर शराबा हुआ था। तत्कालीन पीएम जॉनसन ने उसके समर्थन में खुलकर स्टैंड लिया था।
जगतार सिंह जौहल 2017 से भारतीय जेल में बंद है। उस पर हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग में शामिल होने का आरोप है। बोरिस जॉनसन के पत्र में जौहल को एक ब्रिटिश नागरिक बताकर कहा था कि वह भारतीय जेल में ‘मनमाने ढंग से’ बंद है। यूके के स्काॅटलैंड के रहने वाले जौहल को 2017 में भारत आने पर गिरफ्तार किया गया था।
वह तिहाड़ जेल में बंद है। यूके के 70 सांसदों ने जग्गी का मामला जोरदार ढंग से उठाया था। जग्गी 2 अक्तूबर 2017 को पंजाब आया था, उसकी 18 अक्तूबर को शादी हुई। उसका भाई गुरप्रीत व माता पिता शादी के बाद यूके चले गए। 4 नवंबर को जालंधर की रामामंडी से उसको गिरफ्तार कर लिया गया। एनआईए की जांच में पता चला कि आतंकी हरमिंदर मिंटू और हरदीप सिह ने यूरोप की यात्रा की थी। उनकी मुलाकात जौहल से हुई थी। जौहल सीधे तौर पर खालिस्तान लिबेरशन फोर्स से जुड़ा हुआ था। एसजीपीसी से लेकर अकाल तख्त साहब ने जग्गी जौहल के मामले में स्टैंड लिया था।