लुधियानाः सिविल अस्पताल में लिवर की समस्या को लेकर ईलाज करवाने आई महिला के पति द्वारा हंगामा किया गया। इस दौरान व्यक्ति सिविल अस्तपाल के फर्श पर लेटकर डॉक्टरों और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाने लगा। वहीं व्यक्ति ने स्टाफ के कर्मी द्वारा उसे थप्पड़ मारने के भी आरोप लगाए। मामले की जानकारी देते हुए मनीष कुमार नामक व्यक्ति द्वारा फर्श पर लेटकर हंगामा किया गया। वहीं मीडिया से बात करते हुए व्यक्ति ने डॉक्टरों व स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए है। मनीष का आरोप है कि उसकी पत्नी को रोजाना लगने वाले टीके नहीं लगाए जा रहे और ना ही दवाईयां पर्याप्त मात्रा में मिल रही है।
मनीष का कहना हैकि लुधियाना से कांग्रेस सासंद राजा वडिंग ने पत्र दी हुई है। मनीष ने कहा कि उसका खुद का मामा सिविल सर्जन पद पर तैनात है, लेकिन उसके मरीज को टीके नहीं लगाए जा रहे। मनीष का आरोप है कि डॉक्टर अब उसे कह रहा है कि दोबारा से टीके लगवाने है तो वह लिखवाकर लेकर आएं। व्यक्ति का कहना है कि टीके लगवाने के लिए उक्त डॉक्टर से पूछा जाए कि कल उसे जब डायरेक्टर, सीएमओ, सिविल सर्जन ने टीका लगाने के लिए कह दिया है तो उसके ऊपर उक्त डॉक्टर को टीका लगाने के लिए कौन-सा अफसर कह सकता है।
मनीष ने लेटकर हंगामा करने के मामले में कहा कि वहां पर एक सिविल वर्कर सिख व्यक्ति ने उस पर थप्पड़ जड़ दिए। पीड़ित ने कहा कि वह दो दिन से अधिकारियों से मिलने के लिए कई बार कोशिश कर चुका है। लेकिन उसे मिलने नहीं दिया जा रहा। जिसके बाद बीते दिन एसएमओ से मुलाकात की और मरीज को टीका लगाने की गुहार लगाई। पीड़ित ने आरोप लगाए है कि सरकार की ओर से पूरी दवाईयां मिलने के बाद मरीजों को क्यों नहीं दवाईयां मुहैय्या करवाई जा रही।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में को लेकर सिविल अस्पताल के एसएमओ ने कहा कि उक्त व्यक्ति पिछले 3 से 4 दिन से हंगामा कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति उनके पास भी बीते दिन आया था और कहने लगा कि उसे पत्नी को लगने वाले टीके सारे अभी दें दें और वह घर पर खुद ही लगवा लेंगा। जिसको लेकर उन्होंने मनीष को समझाया कि वह अस्पताल में आकर फाइल बनवाएं और टीके यहां पर आकर लगवाएं। अधिकारी ने कहा कि हमने उसे समझाया कि हमारा दवाईयों का रिकार्ड ऑनलाइन होता है, ऐसे में बिना फाइल बनाए वह उसे टीके नहीं दे सकते।
लेकिन बीते दिन भी व्यक्ति द्वारा हंगामा किया गया। एसएमओ ने कहा कि बीते दिन उनके साथ भी व्यक्ति द्वारा बदसलूकी की गई थी। वहीं उन्होंने कहा कि आज भी उक्त व्यक्ति द्वारा हंगामा किया जा रहा है। मनीष द्वारा अन्य पर्ची बनवाने को लेकर एसएमओ ने कहा कि उन्होंने अन्य पर्ची बनवाने के लिए नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि अगर महिला के पहले टीके लग रहे है तो जाहिर सी बात है कि वह टीके भी स्टाफ द्वारा महिला को लगाए गए थे। हालांकि जनकपुरी की रहने वाली सोनिया ने कहा कि एक माह पहले वह सिविल अस्पताल में भर्ती हुई थी। महिला ने बताया कि उसके लिवर में सूजन की दिक्कत है, जिसके चलते उसे चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया।
महिला ने कहा कि चंडीगढ़ में हड़ताल चलने के चलते पटियाला अस्पताल में रैफर कर दिया गया। जिसके बाद वह अब दोबारा लुधियाना सिविल अस्पताल में टीके लगवाने के लिए आई हुई है। महिला ने कहा कि उसके पास जो सिविल की पर्ची मौजूद है वह 7 दिन तक वैलिड है, लेकिन उसके बावजूद स्टाफ द्वारा पर्ची दोबारा बनवाने के लिए कहा गया। महिला ने कहा कि अभी तक जो उसे टीका लगना था, वह नहीं लगा। महिला का आरोप है कि उसके पति मनीष को स्टाफ द्वारा इधर-उधर भगाया जा रहा है, जिसके चलते परेशान होकर उनके द्वारा हंगामा किया गया।