
कपूरथलाः बस स्टैंड स्थित ईदगाह परिसर में वीरवार की सुबह राशन बंटने की सूचना मिलते ही सैकड़ों लोग इकट्ठे हो गए। इससे दिल्ली वाले मामले के उजागर होने के बावजूद कर्फ्यू व लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ी। यहां तक राशन बांटने वाले वक्फ बोर्ड के अधिकारी ने माना कि 300-400 लोग इकट्ठे हो गए। इस पर पुलिस ने हस्तक्षेप करके राशन वितरण बीच में ही रुकवा कर लोगों को भेज दिया। उधर, डीएसपी महज 20-25 लोगों के एकत्र होने की बात कह रहे थे। वीरवार की सुबह छह बजे वक्फ बोर्ड की ओर से गरीबों को राशन वितरित किया जाना था। इसके लिए बोर्ड के अफसरों ने जरूरतमंदों के परिवार में एक ही सदस्य को आने के लिए बोला था, लेकिन फिर भी एक परिवार से तीन-चार लोग आ गए। इससे ईदगाह परिसर में 300-400 लोग इकट्ठे हो गए। वह भी उस समय जब पूरे देश भर में कर्फ्यू, लॉकडाउन और धारा-144 लगी हुई। दिल्ली में तब्लीगी जमात के हजारों लोगों के इकट्ठे होने का मामला उफान पर चल रहा है। वक्फ बोर्ड कपूरथला के रेंट क्लेक्टर गुलजार मोहम्मद ने बताया कि बोर्ड के चेयरमैन जनाब जुनैद रजा खान की ओर से कपूरथला के जरूरतमंदों को राशन देने के लिए दो लाख रुपये की राशि भेजी थी। इसके तहत वीरवार को मलेरकोटला से बोर्ड के सदस्य सुजाद खान ने आना था, लेकिन वह नहीं आए और उन्हें ही राशन वितरित करने के लिए कह दिया। इस पर सुबह छह बजे उन्होंने राशन बांटना शुरू किया तो एक ही परिवार से तीन-चार सदस्य आने शुरू हो गए और करीब 300-400 लोग इकट्ठे हो गए, जबकि उन्होंने एक ही सदस्य को आने के लिए कहा था। आठ बजे तक उन्होंने 90 मुस्लिम और गैर-मुस्लिम लोगों को ही राशन बांटा था कि पुलिस ने हस्तक्षेप करके राशन वितरण रुकवा कर घर-घर जाकर बांटने का कह कर लोगों को वापस भेज दिया। डीएसपी सब-डिवीजन हरिंदर सिंह गिल ने कहा कि मामला उनके संज्ञान मेें आने पर उन्होंने तुरंत थाना सिटी के एसएचओ एसआई हरजिंदर सिंह को भेजा। एसएचओ के अनुसार वहां पर करीब 20-25 लोग इकट्ठे थे, जिन्हें समझाकर वापस भेज दिया गया। किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब यहां सवाल उठता है कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैैनात है तो इतनी तादाद में लोग एकत्र कैसे हो गए। यह सरासर पुलिस प्रशासन की लापरवाही है।