
आरटीए सैक्टरी से लेकर डीसी थौरी मौन..
जालन्धर/अनिल वर्मा/वरुण अग्रवाल। जालन्धर का एमवीआई दफ्तर अक्सर किसी न किसी विवाद के कारण चर्चा में रहता है मगर यहां पर जनता की परेशानियों का निपटारा न तो आरटीए सैक्टरी बरजिंदर सिंह द्वारा किया जा रहा है और न ही इस मामले में डिप्टी कमिशनर घनश्याम थौरी कोई संज्ञान ले रहे हैं।
जनता का आरोप है कि वह अपने लाईसैंस, वाहनों की पासिंग के लिए कई हफ्तों से चक्कर काट रहे हैं मगर हर बार एमवीआई के न होने पर वापिस लौटना पड़ता है यही नहीं कई बार एमवीआई दविंदर सिंह दफ्तर में मौजूद होते हैं मगर हैवी वाहनों की पासिंग करने के लिए वाहन को वर्कशाप में लाने के लिए कहा जाता है जबकि हैवी वाहनों की एंट्री शहर में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक बंद है।
ऐसे में जिले के हजारों वाहनों की पासिंग का पिछले 9 महीनें से लटकी हुई है। पासिंग करवाने आए एक व्यक्ति ने नाम न छापने पर बताया कि वह पिछले तीन महीनों से एमवीआई दफ्तर के चक्कर काट रहा है जबकि उसके पास सारे दस्तावेज पूरे हैं और मुहाने का सर्टिफिकेट भी है। इसके बावजूद एमवीआई दविंदर सिंह दोबारा वाहन की ट्राई देने के लिए कह रहे हैं।
आज भी पंजाब रोडवेज के दफ्तर के बाहर लोगों ने जमकर प्रर्दशन किया और आरोप लगाया कि एमवीआई आम लोगों का काम नहीं कर रहे जबकि एजैंटों के सारे काम हो रहे हैं। इस बारे एमवीआई दविंदर सिंह से संपर्क करना चाहा मगर नहीं हो सका।