
जालंधर, ENS: पंजाब की राजनीति में मुख्यमंत्री भगवंत मान का गुस्सा चर्चा में आ चुका है। असल में चंडीगढ़ प्रदर्शन से पहले किसान नेताओं की मुख्यमंत्री मान के साथ एक अहम बैठक हुई थी। सोमवार को हुई उस बैठक में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ मुद्दों पर ऐसी बहस छिड़ी कि मान मीटिंग छोड़ ही चले गए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर धरना करना है तो कर लो। वहीं इसके बाद किसानों के 5 मार्च ऐलान को लेकर पुलिस ने अल सुबह ही किसानों के घरों में दबिश देनी शुरू कर दी है। मामले की जानकारी देते हुए किसान दोआबा यूनियन के वाइस प्रेजीडेंट मुकेश चंद्र ने सीसीटीवी जारी की है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते दिन किसानों के साथ सीएम मान की मीटिंग चल रही थी, लेकिन अचानक बीच में वह मीटिंग छोड़कर चले गए। जिसके बाद किसान जत्थेबंदियों ने आज मीटिंग रखी थी। लेकिन आज उनके घर में सुबह 4 बजे पुलिस ने दबिश दी। लेकिन वह उससे पहले ही घर से निकल गए। उन्होंने कहा कि जंगबीर चौहान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, कादिया से वीरपाल सिंह को भी हिरासत में लिया गया। इस तरह पंजाब भर में किसानों को आज सुबह ही हिरासत में लिया जा रहा है। मुकेश ने कहा कि किसानों को धरने का कोई शौक नहीं है, लेकिन ऐसे किसानों को दबाने की नीयत से पुलिस द्वारा घरों में दबिश दी जा रही है।
पंजाब में किसान नेताओं को पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया जा रहा है। वहीं अमृतसर में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ब्लॉक अजनाला और जिला अध्यक्ष कश्मीर सिंह, ब्लॉक नेता जसपाल सिंह धनगाई, प्रगट सिंह चारपुर, रूपिंदर सिंह मदुछंगा, जिला नेता बघेल सिंह के घरों पर आज सुबह पुलिस ने दबिश दी। वहीं धनगाई गांव में पुलिस ने घेराबंदी की, लेकिन किसी किसान नेता को काबू नहीं कर पाई।
दूसरी ओर संगरूर में किसान नेता बुद्ध बालद खुर्द को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि अल सुबह पुलिस घरों की दीवारें फांदकर घर में घुसी। जिसके बाद उन्होंने किसान नेता को हिरासत में ले लिया। किसान नेता ने भी इसकी सीसीटीवी फुटेज जारी की है। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर पंजाब भर के किसानों में रोष पाया जा रहा है।