
जालंधर, ENS: नगर निगम दफ्तर के पास स्थित पंजाब नेशनल बैंक के कर्मियों द्वारा अपने दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया गया। दरअसल, पंजाब नेशनल बैंक का स्टाफ अपने ही बैंक की प्रबंधन समिति के खिलाफ सड़कों पर उतरकर धरना प्रदर्शन करने लग गया। जहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर जानकारी देते हुए पंजाब नेशनल बैंक की ऑफिसर एसोसिएशन की महिला विंग की वाइस चेयरपर्सन सतविंदर कौर ने कहा कि उनकी हेड मैनेजमेंट कमिटी द्वारा एक नई ट्रांसफर पॉलिसी को लाया गया है। जिसका वह विरोध कर रहे है।
उनका मानना है कि यह नई ट्रांसफर पॉलिसी सीधे तौर पर अधिकारियों के खिलाफ है। सतविंदर कौर का कहना है कि पहले की पॉलिसी के तहत अधिकारियों का शहर की एक शाखा से दूसरी शाखा में ही ट्रांसफर होता था, लेकिन नई पॉलिसी के तहत अब 3 साल बाद एक शाखा से दूसरी शाखा, 6 साल बाद एक जिले से दूसरे जिले और 9 साल बाद एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रांसफर किया जाएगा। यह पॉलिसी सीधे तौर पर भारत के सभी पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों के खिलाफ एक साजिश है।
इस मौके पर अन्य अधिकारियों ने कहा कि प्रबंधन ने उनकी कमेटी की राय तो ली, लेकिन पॉलिसी लागू करते समय तानाशाही रवैये के साथ यह फैसला लिया है। पहले यह पॉलिसी सिर्फ प्रमोशन लेने वाले अधिकारी पर लागू होती थी, जो दूसरे शहर या दूसरे राज्य में जाने के लिए तैयार होता था। ऑफिसर एसोसिएशन के सदस्यों ने सीधे तौर पर चेतावनी दी है कि यदि 28 और 29 मार्च से पहले प्रबंधन इस तानाशाही ट्रांसफर पॉलिसी को वापस नहीं लेती, तो उसके बाद सभी भारत के 48 हजार अधिकारी अपनी मैनेजमेंट के खिलाफ बैंक का काम बंद करके धरना प्रदर्शन करेंगे।