जालंधर, ENS: किसानों द्वारा आज पंजाब बंद की कॉल दी हुई है। जिसके चलते जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे को किसानों ने बंद कर दिया है। किसानों का कहना है कि सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चलेगी। वहीं किसानों के बंद की कॉल के दौरान कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा भी खुद सड़क पर उतर आए है।
मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उनकी टीम पूरी तरह से मुस्तैद है, वहीं रेलवे विभाग से बातचीत कर ली गई है, वहीं नेशनल हाईवे पर इमरजेंसी सेवाओं के लिए सर्विस लेन खुली है। ऐसे में अगर कोई बीमार या अन्य इमरजेंसी सेवा की जरूरत किसी को पड़ती है, तो उनके वालटिंयर हाईवे पर तैनात है, जिसके चलते उनके लिए इमरजेंसी सेवाएं खोल दी जाएगी।
सीपी शर्मा ने कहा कि शहर के 24 रणनीतिक बिंदुओं पर 5 डिवीजनों में लगभग 1,200 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने तैनात अधिकारियों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क और तैयार रहने के निर्देश दिए। पुलिस कमिश्नर ने विभिन्न चौकियों का दौरा किया और अधिकारियों को किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि शहर में शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
वहीं बस स्टैंड पर भी किसानों की बंद की कॉल को लेकर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि कुछ यात्री बस स्टैंड पर आ रहे है, लेकिन वहां पर बसे ना चलने का पता चलने पर यात्री परेशान नजर आए। वीडियो में देखा जा सकता है कि सुबह से ही बस स्टैंड में बसे कम मात्रा में खड़ी है, जबकि सरकारी बसे डिपों में खड़ी रही।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने मांगों के समर्थन में आज सुबह 7 से 4 बजे तक बंद का आह्वान किया है। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर के कहा था कि उन्हें सभी वर्गों का समर्थन प्राप्त है। दुकानों से लेकर व्यापारिक संस्थान बंद रहेंगे। ट्रेन व बस सेवा भी प्रभावित रहेगी। सुबह 10 से लेकर दोपहर दो बजे तक बस सर्विस भी बंद रहेंगी। किसान और दोधियों ने भी बंद का समर्थन करते हुए सब्जी और दूध सप्लाई बंद रखने का फैसला किया है।
वहीं एसजीपीसी ने भी किसानों के बंद के समर्थन में अपने कार्यालय और संस्थानों में छुट्टी का एलान कर दिया है। किसान नेताओं ने आह्वान किया कि भारी संख्या में लोग उनके समर्थन में खनौरी और शंभू बॉर्डर पर पहुंचे। किसान नेता पंधेर ने कहा कि उनकी ओर से पिछले 34 दिनों में उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के जजों को पत्र लिखे गए हैं, लेकिन किसी ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया और न ही बातचीत का प्रयास किया।