
जालंधर, ENS: गांव ताजपुर में स्थित ग्लोरी एंड विजडम चर्च के पास्टर बजिंदर सिंह के खिलाफ थाना सिटी कपूरथला ने उत्पीड़न और आपराधिक धमकी देने के मामले में केस दर्ज किया गया था। वहीं इस मामले को लेकर भले ही पास्टर ने प्रेस वार्ता करके अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। जबकि आज दोबारा से मामले में तूल पकड़ ली है। जांलधर डीससपी कैंट के दफ्तर में पीड़िता पति के साथ एसीपी बबनदीप के पास पहुंची। जहां उन्होंने पास्टर के बजिंदर के खिलाफ शिकायत दी है। वहीं मामले की जानकारी देते हुए पीड़िता ने बताया कि उसने पहले ही कहा था कि पास्टर बजिंदर केस को दबाने के लिए उन पर झूठे मामले दर्ज करवाएंगे और झूठे इल्जाम लगाएंगे ताकि वह उनकी बातों को मीडिया के समक्ष ना रख सके। वहीं कुछ दिन पहले पास्टर बजिंदर द्वारा पीड़िता की मां पर लगे आरोपों को लेकर महिला ने कहाकि उसके पास चर्च के प्रधान की रिकार्डिंग मौजूद है।
जिसमें वह कह रहे हैकि आप खुद छोड़कर गए थे हम चाहते नहीं थे वह यहां से जाए। इस मामले में सारे सबूत पुलिस को दे दिए है। वहीं प्रधान अवतार की रिकार्डिंग है, जिसमें वह कह रहे है कि अंदर की बातों को वह बाहर ना निकाले, हम बैठकर मामले को सुलझा लेंगे। एफआईआर में बाते महिला द्वारा बताई जा चुकी है, जिसे बताने पर लोगों की रूह कांप उठेंगी। पास्टर बजिंदर के उसे गलत मैसेज किए और थ्रेट किया, उसके पीछे गाड़ियां लगा दी, सेक्सुअल हरासमेंट किया गया। वहीं पास्टर के पास फोन ना होने को लेकर महिला ने कहा कि पास्टर के बैग में भारी मात्रा में सिम मौजूद होते है और वह सिम को चेंज करते रहते है।
महिला ने बताया कि 2017 में वह चर्च में आई थी और 2023 में वह चर्च से निकली। घटना उसके साथ 2021 में हुई थी। वहीं आज एसीपी को भी सारे सबूत पेश कर दिए है। वहीं महिला के पति ने कहा कि इस मामले को लेकर डीजीपी को भी भेज दिए गए है। पति ने कहा कि महिला के पास पास्टर के वीडियो मैसेज सहित सारे सबूत उनके पास मौजूद है। वहीं घर पर प्रधान के आने से सारे सीसीटीवी फुटेज मौजूद है। पीड़िता के पति ने कहा कि पास्टर के ऊपर पहले से यौन उत्पीड़ण के आरोप है और वह उन मामलों में भी पेश नहीं हो रहे। व्यक्ति ने कहा कि हम सही है इसी लिए प्रशासन द्वारा उन्हें सिक्योरिटी मुहैय्या करवाई गई है क्योंकि उनकी जान को खतरा है।
वहीं इस मामले में एसीपी बबनदीप ने कहाकि पीड़िता के खिलाफ एफआईआर के बारे में उन्हें नहीं पता, लेकिन उनके पास एक एफआईआर में 4 लोगों के खिलाफ मार्क होकर आई थी। इस मामले में पीड़िता अपनी मां, भाई और पति सहित उनके पास बयान दर्ज करवाने के लिए आई थी। कपूरथला में पास्टर के खिलाफ एक मामला दर्ज हुआ था। महिला ने बताया कि यह विवाद काफी लंबे समय से चल रहा था। इस मामले को लेकर महिला द्वारा सबूत उन्हें दिए गए है, जिसकी जांच की जाएगी। इस मामले में पाक्सो एक्ट ना लगाए जाने को लेकर एसीपी ने कहा कि इस मामले का जिक्र महिला या उसकी मां ने उनके साथ नहीं किया। उन्होंने कहा कि मामले की एफआईआर कपूरथला में हुई है। इस मामले के बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है।