
जालंधर, ENS: पंजाब पुलिस ने ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख एवं खंडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के 7 साथियों से एनएसए एक्ट हटा दिया है। वहीं सातों साथियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब वापस लाने व अजनाला पुलिस स्टेशन हमला मामले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली है ताकि इन आरोपियों को कानून के अनुसार उचित सजा मिल सके। वहीं आज सासंद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह आज जालंधर पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 14 जनवरी को उनके द्वारा श्री मुक्तसर साहिब में अकाली दल पंजाब वारिस का आगाज किया गया था।
इसको आगे बढ़ाने के लिए आज जालंधर पहुंचे, जहां 10 सेवादारों को सेवा दी गई। इस सेवा के साथ जालंधर में भी उनकी पार्टी की शुरुआत हो गई है। वहीं अमृतपाल सिंह के साथियों पर एनएसए एक्ट हटाने को लेकर अमृतपाल के पिता ने कहा कि सभी को बिना कसूर के एनएसए एक्ट लगाकर डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया। उन्होंने कहाकि एनएसए एक्ट एक साल के लिए लगाया जाता है, लेकिन अमृतपाल सिंह और उनके साथियों पर 2 साल से एनएसए एक्ट लगा हुआ है। वहीं अब तीसरे साल को अब सरकार आगे नहीं बढ़ा रही। जिसके चलते अमृतपाल सिंह के साथियों से एनएसए एक्ट हटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक मामला था, दरअसल, अमृतपाल सिंह को लोग काफी प्यार दे रहे थे, जिसके चलते उस पर एनएसए एक्ट लगाया गया। तरसेम सिंह ने कहाकि अमृतपाल सिंह चुनाव नहीं लड़ना चाहता था, लेकिन चुनाव लड़कर और उसमें भारी बहुमत से जीत हासिल करके एक बार फिर से दिखा दिया कि लोग उसे अब भी काफी प्यार करते है। वहीं अमृतपाल सिंह पर एनएसए एक्ट हटाने को लेकर पिता ने कहा कि कल इस मामले को लेकर कोर्ट में फैसला है, ऐसे में उम्मीद है अमृतपाल सिंह से भी जल्द एनएसए एक्ट हटा लिया जाएगा। वहीं उन्होंने अमृतपाल सिंह के साथियों को कोर्ट से बरी करने की अपील की है।
बता दें कि बीते दिन डीजीपी गौरव यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया था कि जिन आरोपितों को पंजाब वापस लाया जा रहा है, उनमें बसंत सिंह, गांव दौलतपुरा उच्चा, जिला मोगा, भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके, गांव बाजेके, जिला मोगा, गुरमीत सिंह गिल उर्फ गुरमीत बुक्कनवाला, गांव बुक्कनवाला, जिला मोगा, सरबजीत सिंह कलसी उर्फ दलजीत सिंह कलसी, पश्चिमी पंजाबी बाग, नई दिल्ली, गुरिंदरपाल सिंह औजला उर्फ गुरी औजला, फगवाड़ा, हरजीत सिंह उर्फ चाचा, गांव जल्लूपुर खेड़ा, जिला अमृतसर, कुलवंत सिंह धालीवाल उर्फ कुलवंत सिंह, गांव रोके कलां, जिला मोगा के व्यक्ति शामिल है।