
जालंधर, ENS: पंजाब में पंचायती चुनाव को लेकर भले ही बिगुल बज गया है। लेकिन कई गांवों में हालात अभी भी काफी खराब है। वहीं पंचायती चुनाव के ऐलान से पहले देहात के हलका नकोदर के अधीन आते गांव हुसैनपुर का हाल जानने के लिए टीम ग्राउंड रियलिटी चेक करने पहुंची। दरअसल, इसी गांव से दो मशहूर पंजाबी सिंगरों ने अपनी दुनियां में पहचान बनाई है। जिसमें गायक लैंबर हुसैनपुरी और मलकीत सिंह का नाम शामिल है।
इस दौरान दोनों गायकों के गांव की ग्राउंड जीरो रिपोर्ट को लेकर रियलिटी चेक किया गया और गांव के विकास को लेकर कई सालों से गांव के छप्पड़ को लेकर जूझ रहे गांव वासियों से बातचीत की गई। गांव वासियों से बातचीत के दौरान साफ जाहिर हुआ कि गांव के लोगों के बीच की खींचतान का सिलसिला कई सालों से चला आ रहा है। वहीं गांव के लोगों ने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी जल्द पंचायती चुनाव तो हो जाएंगे, लेकिन इस बार भी उन्हें अपने गांव के विकास का कार्य होना मुश्किल लग रहा है।
पंजाबी सिंगर लैंबर हुसैनपुरी के घर के पारिवारिक सदस्यों का कहना है कि उनके घर के सामने गांव के छप्पड़ को लेकर समस्या काफी सालों से चली आ रही है। लेकिन इस छप्पड़ के निकास के लिए कोई भी कम नहीं उठा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव की सरपंच पंच और पंचायत मेंबर कमेटी के साथ भी कई बार बातचीत हो चुकी है। लेकिन अभी तक किसी ने भी निकास का कार्य नहीं किया है। लैंबर हुसैनपुरी के पारिवारिक सदस्यों ने कहा है कि जब वह आते हैं तो गांव के विकास को लेकर बातचीत करते हैं लेकिन समय कम होने के कारण यहां ज्यादा देर नहीं रहते।
उन्होंने कहा कि जितना हो सके वह गांव का विकास करने की कोशिश करते हैं। लैंबर हुसैनपुरी के पारिवारिक सदस्यों ने कहा कि गांव का विकास भी कुछ ज्यादा नहीं हुआ है और उनकी समस्या का कोई भी समाधान अभी तक नहीं किया जा रहा है। वहीं पड़ोस की महिला ने कहा कि विकास कार्य के नाम पर सिर्फ बात ही होती है, लेकिन गांव का विकास नहीं हो पाता। क्योंकि आपसी खींचतान के कारण कोई भी एक-दूसरे के काम में कोई दखल नहीं देना चाहता। जिसके चलते गांव का विकास नहीं हो रहा।
दूसरी ओर गांव वासियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गांव में गलियों की इंटरलॉकिंग टाइल मनरेगा के तहत लगाई गई हैं। जिसमें गांव वीडियो और गांव के पंचायत का सहयोग करने के बाद काम हो पाया है। उन्होंने कहा कि गांव में छप्पड़ की समस्या काफी सालों से चली आ रही है। लेकिन इसके निकास के कार्य को अभी तक कोई अंजाम नहीं दे पाया है। उन्होंने कहा कि जहरीले जानवर छप्पड के पानी से निकलकर बाहर आ जाते हैं और जिससे गांव वासियों को खतरे का डर सताता रहता है। उन्होंने कहा कि गांव की पंचायत और सरपंच से बातचीत की गई है लेकिन सरकार से फंड न आने के कारण गांव के छप्पड़ की समस्या हल नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का मन है कि हमारे गांव से दो पंजाबी स्टार सिंगर निकले हैं। उन्होंने कहा कि गांव की समस्या का हल सरकार ही करवाएगी तो गांव का विकास हो पाएगा।
वहीं पंजाबी सिंगर मलकीत सिंह के भाई से गांव के विकास को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके घर की ओर विकास का कार्य हुआ है। हालांकि गांव में कुछ विकास के कार्य होने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत और पूर्व सरपंच द्वारा छप्पड़ की समस्या का निवारण करने के लिए कदम उठाया गया था, लेकिन सरपंच चेंज होने के कारण वह समस्या जैसी की तैसी वहीं पर है। उन्होंने कहा कि मलकीत सिंह और लैंबर हुसैनपुरी का आपस में रिश्ता बहुत अच्छा है और दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना भी है। उनके द्वारा भी छप्पड़ की समस्या को हल करने का प्रयत्न किया गया है लेकिन हाल नहीं हो पाया है। लेकिन गांव की यह समस्या को हल करवाने के लिए सरकार को भी कदम उठाना चाहिए और पंचायती चुनाव के बाद इसके निकास के कार्य को हल करने की संभव कोशिश की जाएगी।