
जालंधर, ENS: जंक फूड को लकेर UGC की ओर से नई गाइडलाइंस जारी हुई है। वहीं इस मामले को लेकर कॉलेज की प्रिंसीपल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कॉलेज की कैंटीन में जारी जंकफूड को लेकर UGC की ओर से गाइडलाइंस जारी हो गई है। जिसमें स्कूल-कॉलेज में जंकफूड बंद होना चाहिए। इस दौरान अध्यापिका ने कहाकि उनके कॉलेज में इस जंकफूड को लेकर काफी समय से मिशन शुरू किया हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके यहां अपना आर्गेनिक फार्म है, जिसमें आर्गेनिक फूड ना सिर्फ आर्गेनिक उगाया जाता है बल्कि बांटा भी जाता है।
उन्होंने कहा कि उनका अपना स्टार्टअप है, जिसको वह एचएमवी जायका के नाम से जानते है। उन्होंने कहा कि इस जायका स्टार्टअप में मिलेटस को प्रमोट किया गया है। जिसमें बर्गर, केक सहित कई फास्टफूड शामिल है, जो बच्चों को दिए जाते है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बच्चों को फास्ट फूड से दूर रहने की सलाह भी दी जाती है। इस दौरान उन्होंने कहा कि फास्ट फूड खाने के कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इस दौरान अध्यापिका ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह भी मोटे अनाज की ओर रुख करें। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज का पहले भी इस्तेमाल किया जाता था। वहीं फास्ट फूड से लोगों को दूर रहने की सलाह दी है।
वहीं होटल रेस्टोंरेट में फास्ट फूड को लेकर अध्यापिका ने कहा कि वह इस मालमे को बच्चों को नहीं रोक सकते, लेकिन वह फास्ट फूड से बच्चों को आगाह कर सकते है। वहीं बच्चों ने कहा कि नई गाइडलाइंस से बच्चों को डिप्रेशन सहित कई बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसे में यूजीसी की नई गाइडलाइंस काफी अच्छी है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में आर्गेनिक फार्म खाने की सलाह दी जाती है। वहीं बिस्कुट में पाम ऑयल से हार्ट का खतरा बना रहता है। ऐसे में बिस्कुट सहित सभी फास्टफूड से गुरेज करना चाहिए। बच्चों ने कहा कि फास्ट फूड के लिए सेमिनार भी लगाए जाते है, जिसमें बच्चों को फास्ट फूड से दूर रहने के लिए आगाह करने के साथ हैल्थी खाने के लिए कहा जाता है।