
जालंधरः जैन आइस मिल में गैस रिसाव के कारण हुए हादसे के बाद अब एक ओर बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस हादसे के बाद जैन आइस मिल को सील तक नहीं किया गया ओर इसमें रविवार को दिन के 11 बजे फिर से अमोनिया का रिसाव होने से अफरातफरी मच गई। लोगों ने असकी जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद फायरब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। वेरका मिल्क प्लांट से रेफ्रिजरेशन की माहिर टीम मौके पर बुलाया गया ओर सिस्टम चेक कर गैस टैंक व पाइपें बंद की गई।
में अभी तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हुई है।इस साथ ही एक और बड़ी लापरवाही सामने आई। मिल को सील भी नहीं किया गया और उसमें से
मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री के अंदर करीब 25 हजार लीटर पानी जमा है। इसमें अमोनिया घुली हुई है। ये गैस हवा के झोंकों के साथ बह रही है। इसी के कारण सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन हुई। इस घटना को लेकर लोगों ने इकट्ठे होकर प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ रोष जताया गया। लोग कूलिंग सिस्टम में मौजूद सारी गैस निकाले जाने की मांग कर रहे हैं, ताकि दोबारा हादसा न हो।
आपको बता दें कि सिटी रेलवे स्टेशन के पास फैक्ट्री में शनिवार दोपहर गैस का रिसाव होने के बाद अभी तक इस हादसे में हुई लापरवाही में अफसरों की ज़िंमेवारी तय नहीं हो पाई।
फैक्ट्री के जिस मुलाजिम शीतल की गैस चढ़ने के बाद मौत हुई थी, उसका अंतिम संस्कार हो चुका है। फैक्ट्री मालिक निनी जैन अब भी फरार है। पुलिस ने बीती रात जो पर्चा दर्ज किया, उसमें फैक्ट्री मालिक के अलावा 5 सरकारी विभागों के अफसरों को नामजद किया है।