जालंधर। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद श्वेत मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए किसानों पर कई टिप्पणियां कीं और सरकार की नीतियों का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि केंद्र ने हमेशा किसानों के लिए रास्ते खोले रखें हैं। उन्होंने दावा किया कि हर संभव कोशिश की गई है ताकि किसानों की समस्याओं का हल निकाला जा सके। केंद्र की ओर से संवाद के लिए तैयार रहने का संकेत दिया गया है, लेकिन किसानों के रुख को लेकर सवाल खड़े किए। सांसद ने कहा कि किसानों में एकता की कमी है। उन्होंने बताया कि अलग-अलग किसान संगठन अपने-अपने रास्ते अपनाते हैं, जिससे संवाद प्रक्रिया में कठिनाई होती है।
केंद्र सरकार के लिए एकजुटता जरूरी
श्वेत मलिक ने यह भी कहा कि अगर किसान केंद्र सरकार के साथ बातचीत करना चाहते हैं, तो उन्हें पहले अपनी यूनियन या संगठनों को एकजुट करना होगा। केंद्र सरकार एक गुट के साथ बात करने पर संतुष्ट नहीं होगी क्योंकि इससे अन्य गुटों द्वारा नए सिरे से आंदोलन शुरू हो सकते हैं।
आंदोलन के समाधान के लिए स्पष्ट रणनीति की आवश्यकता
पूर्व सांसद के अनुसार, अगर किसान संगठन एक मंच पर आकर सरकार से बातचीत करेंगे, तो इसका सकारात्मक परिणाम निकलेगा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार की स्थिति स्पष्ट है और वह हर बार अलग-अलग संगठनों से बातचीत नहीं कर सकती।