जालंधर, ENS: 20 से 29 मई 1965 यह वह दिन था जब दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सबसे पहले भारतीय तिरंगा शान से लहराया था। इसे लहराने वालों में शामिल थे चार पंजाबी। उस समय तक सिर्फ तीन ही एक्सपीडिशन यहां सफलता हासिल कर पाए थे। पहली बार भारतीय दल ने 20 मई से 29 मई तक के अभियान में माउंट एवरेस्ट पर सफल चढ़ाई कर ऐसा कीर्तिमान कायम किया, जिसे आज भी दुनिया सलाम करती है।
इस अभियान में सबसे पहले एवरेस्ट पर अवतार सिंह चीमा ने कदम रखा था। वहीं अब जालंधर के नूरपुर में रहने वाले 43 वर्षीय अमरदीप सिंह ने साहस के साथ पर्वतारोहण की दुनिया में कीर्तिमान स्थापित किया है। दरअसल, अमरदीप सिंह ने हाल ही में लद्दाख की 6180 मीटर ऊँची माउंट मेंतोक कांगड़ी 2 की चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करके तिरंगा फहराया है।
इससे पहले अमरदीप सिंह ने इस वर्ष मई में नेपाल में 6091 मीटर ऊँची माउंट लबोचे ईस्ट की चुनौतीपूर्ण चोटी को भी फतह किया था। अमरदीप सिंह एक अनुभवी मौसमी पर्वतारोही हैं और उन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों में कई प्रमुख अभियानों में भाग लेकर अपनी साहसिकता का प्रदर्शन किया है। अमरदीप सिंह की यह उपलब्धियाँ न केवल पर्वतारोहण के प्रति उनके समर्पण और जुनून को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी साबित करती हैं कि मजबूत इरादे और कड़ी मेहनत से कोई भी ऊँचाई हासिल की जा सकती है। उन्होंने अपने साहस और दृढ़ संकल्प से यह संदेश दिया है कि उम्र और पेशा केवल एक संख्या हैं; असली पहचान आपके हौसले और मेहनत से होती है।