
जालंधर कैंट (गुलाटी)। कैंट में दिन प्रतिदिन आवारा कुतों का आंतक बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन इस ओर अपना ध्यान नहीं दे पा रहा है। हांलाकि प्रशासन की ओर से कभीृ-कभार नामत्र कार्यवाही की जाती है और कुछ आवारा कुतों को पकड़ लिया जाता है। हरीश कुमार, अमरदीप सिंह सोनिया सचदेवा, सीमा, किरण बाला ने बताया कि वह प्रतिदिन सैर के लिए जाते है और अक्सर रास्ते में आवारा कुतों के झुंड दिखाई देते है और अक्सर तब अकेले व्यक्ति को अपना शिकार बनाते है। उन्होने बताया कि कुतों के कारण कई बार उनको अपना रास्ता भी बदलना पड़ता है। आवारा कुतों का सबसे अधिक शिकार छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग लोग ही बनते है और सैर के लिए जाते समय उनको सुबह शाम अपने हाथों में छड़ी लेकर जाना पड़ता है। रात को यह आवारा कुतें अपनी गैंग बना लेते है और अपने-अपने इलाके में घूमते है और जो भी अकेला व्यक्ति या हो पहिया वाहन चालक उनको दिखता है तो वह उस पर झपट पड़ते है। यह नहीं की आवारा कुते सिर्फ गलियों व बाजारों में ही नजर आते है बल्कि यह कैंट बोर्ड कार्यलय में भी जगह जगह बैठे व घूमते नजर आते है। इस संबंध में कैंट बोर्ड अधिकारी एसएके यादव का कहना है कि वह आवारा कुतों को रुटिन में पकड़ते है और उनका आपरेशन करके उनके उसी जगह पर छोड़ देते है जहां से पकड़े गये है । उन्होने बताया कि यही नियम है और इसी नियम के तहत वह कार्यवाही करते है।