
नोटिस सर्व कर काम बंद करवा दिया गया है ज्वाब न आया तो अगली कानूनी कारवाई होगीः कैंट बोर्ड प्रशासन
जालंधर/अनिल वर्मा/वरुण अग्रवाल। कैंट क्षेत्र में चल रहे अवैध निर्माणों के मामले में कैट बोर्ड प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है। बीते तीन महीनों यहां कुछ चाटू प्रधानों ने अवैध निर्माणों का नया खेल शुरु किया है जिसमें हर दूसरी बिल्डिंग को परमिशन की आढ़ में कैंट बोर्ड को धौखा दिया जा रहा है। मगर कैंट बोर्ड के इंजीनियर विभाग की ओर से किसी भी अवैध इमारत को न तो सील किया जा रहा है और न ही बाईलाज का उलंघन करने वाले बिल्डिगों को गिराया जा रहा है। मामला कैंट के मुहल्ला नंबर 20 है जहां गुरुद्वार सिंघ सभा के बिल्कुल सामने एक रिहायशी मड हाउस को रिपेयर करने की आढ़ में यहां से रिटायर्ड हुए एक अधिकारी ने बड़ा खेल खेला है।

कैंट बोर्ड ने यहां जो परमिशन जारी की गई थी उसके विपरीत यहां सारी बिल्डिंग को कारोबारी बना दिया गया है। ग्राउंड फ्लोर पर यहां चार दुकान तथा उपरी मंजिल पर एक जिम खोलने की तैयारी की जा रही है। बीते सप्ताह यहां कैंट बोर्ड ने अपना पल्ला झाड़ने के लिए धारा 239 के तहत नोटिस जारी कर काम बंद करने के लिए कहा था मगर यहां सैटिंग के जुगाड़ के चलते काम दौगुणी रफ्तार से चल रहा है। चाटू प्रधान इस बिल्डिंग में अपनी जेबे गर्म कर चुके हैं मगर कैंट बोर्ड जब यहां कानूनी कारवाई करने पहुंचता है तो उन्हे बैरंग लौटा दिया जाता है।

बता दें कि यह निर्माण इतनी तेजी से करवाया गया है कि इसकी ऊपरी मंजिल का लैंटर सड़क की तरफ झुक गया है और सड़क की सिर्फ एक ही पिल्लर के सहारे ऊपरी मंजिल खड़ी की गई है जोकि किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। एक इंजीनियर के अनुसार किसी भी इमारत का ढांचा इस तरह तैयार करना चाहिए कि अगर कोई दीवार निकालने पड़े तो बिल्डिंग का स्ट्रक्चर न हिले। अगर इस इमारत की बात करें तो अगर ऊपरी मंजिल का स्ट्रक्टर छेड़ा गया तो किसी भी वक्त पूरी छत नीचे गिर सकती है।

इसी के साथ इस बिल्डिंग के दो तरफ कैंट का नाला गुजर रहा है जिसके उपर किसी भी तरह का नया निर्माण नहीं किया जा सकता है। मगर चाटू प्रधानो की छतरछाया के चलते बिल्डिंग मालिक ने नाले को भी कवर कर इंक्रोचमैंट कर ली है और दोनो तरफ नाला बंद कर दिया गया है।
कैंट बोर्ड के इंजीनियर विभाग ने कहा कि काम बंद करवा दिया गया है और नोटिस सर्व कर दिया गया है। अगर ज्वाब नहीं आया और बिल्डिंग बाईलाज के अनुसार ठीक नहीं की गई तो कानूनी कारवाई की जाएगी।