भारी हंगामे के बाद व्यक्ति से चालान वापिस लेकर लौटी पुलिस
जालंधर, ENS: महानगर में ट्रैफिक की समस्या को लेकर भले ही वाहनों के चालान काटे जा रहे है। वहीं ताजा मामला बस स्टैंड के सतलूज चौक पर बने शराब के ठेके बाहर से सामने आया है। जहां देर रात रात साढ़े 9 बजे जम्मू के मेहमान के साथ आहाते से बाहर निकले दो युवकों को नशे में धुत ट्रैफिक पुलिस के मुलाजिमों ने पकड़ लिया। वहीं इस मामले को लेकर हंगामा शुरू हो गया। मामले की जानकारी देते हुए सुरेश ने बताया कि वह जम्मू के आए भाई को छोड़ने के लिए आया था। इस दौरान वह अहाते में बैठकर शराब पी रहा था।
शराब पीने के बाद जैसे ही वह ठेके से बाहर निकलकर बाइक पर सवार होने के लिए निकला तो ठेके से कुछ दूरी पर ही उसे पुलिस कर्मी ने रोक लिया और उसे शराब के सेवन करने के बारे में कहने लगा। सुरेश ने कहा कि उसने मैंने पुलिस कर्मियों को कहा कि चौक पर नाकेबंदी आप करें, लेकिन आप तो ठेके से कुछ मीटर दूरी पर ही ठेके से शराब पीकर आने वाले लोगों पर कार्रवाई कर रहे हो। इस दौरान सुरेश का आरोप है कि जबकि नाके पर मौजूद एएसआई और एक कर्मी ने खुद शराब पी हुई थी और वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। सुरेश ने कहा कि पुलिस कर्मी द्वारा उसके साथ बदसलूकी की गई।
इस दौरान सुरेश ने कहा कि एल्कोमीटर मीटर से टेस्ट करने के बाद उसका चालान पुलिस कर्मी ने काट दिया। सुरेश ने कहाकि वह बाइक को आग लगाने को तैयार है, लेकिन उक्त पुलिस कर्मी का भी एल्कोमीटर मीटर से टेस्ट किया जाए। सुरेश का कहना है कि अगर एल्कोमीटर मीटर में दोनों पुलिस कर्मी शराब का सेवन ना करते पाए गए तो वह अपनी बाइक को आग लगा देंगा। सुरेश ने आरोप लगाए कि सब इंस्पेक्टर सुखजिंदर सिंह ने उक्त पुलिस कर्मियों को वहां से भेज दिया। जिसके बाद पीड़ित का चालान वापस ले लिया। सुरेश ने कहा कि उससे पहले उसे पुलिस कर्मियों द्वारा थाने में ले जाने की धमकियां दी गई। सुरेश ने कहा कि देर रात कई बार ठगी के मामले सामने आते है, तब पुलिस कहीं दिखाई नहीं देती, लेकिन पुलिस ठेके से कुछ दूरी पर नाके लगाकर परेशान किया जा रहा है।
वहीं अहाता मलिक राजेश कुमार ने कहा कि पुलिस कर्मी ठेके के गेट के बाहर खड़े हो जाते है। जब कोई शराब पीकर निकलता है तो उन पर डंडे मारे जाते है और चालान काटा जाता है। ठेकेदार ने कहाकि उसके पास डंडे मारने की फोटो मौजूद है। ठेकेदार का आरोप है कि सरकार ने ठेके की मोटी रकम लेने के बाद अगर ऐसे ही ठेकेदारों को परेशान किया जाएंगा तो वह ठेके की चाबी ले लेें और ठेकों को बंद कर दें। ठेकेदार ने कहा कि रोजाना पुलिस कर्मी आकर परेशान करते है। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड चौकी का कोई मुलाजिम नहीं था। ठेकेदार ने कहा कि गाड़ियों में उक्त पुलिस कर्मी आते है और रोजाना ठेके के बाहर शराब पीकर जाने वाले लोगों को ठेके से कुछ मीटर दूरी पर रोककर परेशान किया जा रहा है। ठेकेदार ने कहा कि पहले से ही ठेके का खर्चा ज्यादा होने से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है, दूसरी ओर पुलिस कर्मियों द्वारा रोजाना उन्हें परेशान किया जा रहा है।