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होशियारपुरः पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने अपनी भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के तहत पिछले 3 महीनों से भगोड़े होशियारपुर के पीसीएस सहायक कर्जायुक्त कमिश्नर हरप्रीत सिंह को 30,000 रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस केस में कार्यालय में तैनात महिला कंप्यूटर ऑपरेटर अलका शर्मा को पहले ही सहायक कर्जायुक्त के नाम पर 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है। विजीलेंस ने हरप्रीत सिंह को स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद गिरफ्तार किया।
क्योंकि उसकी जमानत संबंधी याचिका पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई थी। होशियारपुर अदालत ने अग्रिम जांच के लिए आज विजीलेंस ब्यूरो को एक दिन का पुलिस रिमांड दिया है। विजीलेंस के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुकदमा हुशियारपुर के कश्मीरी बाजार में एक दुकानदार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलेंस ब्यूरो को बताया था कि उसकी एक गहनों की दुकान है जिसे उसने हाल ही में मुरम्मत करवाया था। बाद में उसे सहायक कर्जायुक्त होशियारपुर के कार्यालय से एक नोटिस मिला।
जब वह संबंधित कार्यालय गया तो वहां मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर अलका शर्मा ने उसे बताया कि इस मामले में उसे भारी जुर्माना भरना पड़ेगा, लेकिन वह अपने उच्च अधिकारी हरप्रीत सिंह, सहायक कर्जायुक्त के साथ इस बारे में बातचीत कर मामले को रफा-दफा कराने में मदद कर सकती है। +
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि अलका शर्मा उससे नोटिस लेकर हरप्रीत सिंह के कार्यालय में गई। थोड़ी देर बाद, उसने शिकायतकर्ता को भी कार्यालय में बुला लिया जहां हरप्रीत सिंह, पीसीएस ने नोटिस खारिज करने के बदले 30,000 रुपये रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने मौके पर रिश्वत की मांग से संबंधित बातचीत रिकॉर्ड कर ली और इसे ब्यूरो को सबूत के रूप में पेश कर दिया।
शिकायत की प्राथमिक पुष्टि के बाद विजीलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया जिसके दौरान उक्त आरोपी अलका शर्मा, कंप्यूटर ऑपरेटर, को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन हरप्रीत सिंह, पी.सी.एस., कार्यालय से भाग निकला। इस संबंध में विजिलेंस के जालंधर रेंज पुलिस थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज किया गया।
इसके बाद विजीलेंस ब्यूरो की टीमें होशियारपुर के सहायक लेबर कमिश्नर हरप्रीत सिंह को पकड़ने के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी करती रही। प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में दूसरी आरोपी अलका शर्मा अभी भी जेल में है क्योंकि अदालत ने उसे जमानत नहीं दी। इस मुकदमे की अगली जांच जारी है।