नई दिल्ली: आरबीआई ने महंगाई और कृषि लागत में बढ़ोतरी को देखते हुए किसानों को बिना बंधक दिए कर्ज की सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। शुक्रवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब किसान बिना किसी गारंटी के दो लाख रुपये तक का कर्ज ले सकेंगे। फिलहाल यह सीमा 1 लाख 60 हजार रुपये है। नए साल से सभी बैंकों को आरबीआई के इस निर्देश का पालन करनी होगी। इसका फायदा यह होगा कि गांव के लोगों को यूपीआई के जरिए आसानी से लोन मिल सकेगा।
बंधक-मुक्त ऋण की सीमा बढ़ाई
जानकारी के मुताबिक साल 2019 से किसानों के लिए बंधक-मुक्त ऋण की सीमा 1.60 लाख रुपये थी। इससे पहले यह सीमा एक लाख रुपये थी। करोड़ों किसानों के फायदे से जुड़ा आरबीआई का यह फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी विकास दर को मजबूत करने के लिए कृषि का प्रदर्शन हर हाल में बेहतर होना चाहिए।
डिजिटल धोखाधड़ी पर लगेगी रोक
आरबीआई गवर्नर ने जानकारी देते हुए बताया कि डिजिटल और साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए आरबीआई अन्य बैंकों के साथ मिलकर लगातार प्रयास कर रहा है। जिसके चलते फर्जी अकाउंट का पता लगाने के लिए एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। खच्चर खाता एक बैंक खाता है जिसका उपयोग अपराधी धन शोधन के लिए करते हैं। इन खातों द्वारा की गई धोखाधड़ी का पता लगाना मुश्किल होता है। आरबीआई इनोवेशन हब और बैंक इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं। दो बड़े बैंकों में एआई की मदद से खच्चर खातों की पहचान का काम शुरू हो गया है।