चंडीगढ़: खिड़िया फूल गुलाब दा चंडीगढ़ पंजाब दा यह नारे बचपन में सुनने को मिलते थे और अब फिर यही नारे सुनने को उस समय मिल रहे है जब अब फिर हरियाणा को चंडीगढ़ के कुछ हिस्से को देने की बात चल रही है वहीं अब चंडीगढ़ से कोई भी हिस्सा किसी दूसरे राज्य को नहीं दिया जाएगा और इसके अलावा भाखड़ा डेम ओर पंजाब की यूनिवर्सिटियों पर भी पंजाब के बिना किसी ओर को हक नहीं जताने दिया जाएगा।
अब चंडीगढ़ को बचाने के लिए पंजाब भर में किसान यूनियन कादिया ने संघर्ष शुरू कर दिया है ओर शांत मई ढंग से रोष प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा कि अब चंडीगढ़ को पंजाब से जुदा नहीं होने दिया जाएगा, न ही चंडीगढ़ पर किसी ओर राज्य का हक होगा। चंडीगढ़ पंजाब का है ओर पंजाब के पास ही रहेगा।
वहीं किसान यूनियन कादिया ने संघर्ष को तेज करने का भी ऐलान किया। वहीं उन्होंने डिप्टी कमिश्नर के द्वारा गवर्नर को मांग पत्र भी दिया। किसानों ने कहा कि पंजाब में भाखड़ा डेम और पंजाब में जितनी भी यूनिवर्सिटी चल रही है उन सब पर पंजाब का हक है और यह सब पंजाब के पास रहेगी। किसानों ने मुख्य मंत्री से अपील की कि वह इस ओर पूरा ध्यान दे पंजाब वासियों को मुख्य मंत्री से बहुत सी उम्मीद है वह पंजाब के हक को जाने नहीं देंगे।