चंडीगढ़, 11 नवम्बर 2024: पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जयकृष्ण सिंह रौरी (Deputy Speaker Jai Krishan Singh Rouri) ने अपने परिवार के साथ अयोध्या (Ayodhya) के पवित्र राम मंदिर (Ram Mandir) में दर्शन किए। उनके अनुसार, इस मंदिर की यात्रा उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य रही है, जिसे आज राम लल्ला (Ram Lalla) के आशीर्वाद से उन्होंने पूरा किया।
जयकृष्ण सिंह रौरी ने इस यात्रा के दौरान कहा, “अयोध्या (Ayodhya) की इस पवित्र धरती पर आना मेरे लिए हमेशा से एक सपना था। मैं वर्षों से इस स्थान पर आकर भगवान रामचंद्र (Lord Ramchandra) का आशीर्वाद प्राप्त करने का इच्छुक था, और आज परिवार के साथ यह सपना पूरा हुआ।” उन्होंने कहा कि उन्होंने देश की प्रगति, मानवता के कल्याण और समाज में शांति व सद्भावना के लिए भगवान से प्रार्थना की।
अयोध्या यात्रा का खास महत्व
डिप्टी स्पीकर ने बताया कि राम मंदिर (Ram Mandir) न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह देश में एकता और शांति का प्रतीक भी है। राम लल्ला का मंदिर अब पूरे देशवासियों के लिए गर्व का स्थान बन चुका है। यह मंदिर विभिन्न संप्रदायों के लोगों को जोड़ने का काम करता है और उनमें धार्मिक सहिष्णुता का संदेश देता है।
जयकृष्ण सिंह रौरी ने कहा, “राम मंदिर (Ram Mandir) का महत्व केवल एक धार्मिक स्थल से बढ़कर है। यह मंदिर हमारे देश की संस्कृति और हमारे मूल्यों का प्रतीक है। इस पवित्र स्थल पर दर्शन करना मेरे लिए एक भावनात्मक अनुभव रहा।” उनके अनुसार, इस यात्रा के माध्यम से वह अपने परिवार के साथ पवित्रता और भक्ति की अनुभूति करना चाहते थे।
राम मंदिर – श्रद्धा और शांति का प्रतीक
अयोध्या (Ayodhya) का राम मंदिर (Ram Mandir) भारत के प्राचीन गौरव और आस्था का केंद्र है। जयकृष्ण सिंह रौरी ने कहा कि राम मंदिर के दर्शन करने से उन्हें न केवल शांति मिली, बल्कि इससे उनके मन में एक नई ऊर्जा का संचार भी हुआ।
राम मंदिर में आने वाले हर भक्त के लिए यह स्थान एक आस्था और शांति का स्थल है। मंदिर का निर्माण भारत की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। रौरी ने अपने भाषण में कहा, “यह मंदिर देश के हर नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहाँ का हर कोना भगवान राम (Lord Ram) की उपस्थिति का अनुभव कराता है और लोगों को सच्चाई और शांति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।”
देश और समाज के लिए प्रार्थना
डिप्टी स्पीकर रौरी ने भगवान राम से देश की प्रगति और समाज की भलाई के लिए विशेष प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि आज देश को एकता और सद्भाव की अधिक जरूरत है, और राम मंदिर इस संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण साधन बन सकता है।
रौरी ने यह भी कहा कि भगवान रामचंद्र का आशीर्वाद सभी लोगों को एकता और शांति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। अयोध्या (Ayodhya) जैसे पवित्र स्थल पर आकर उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि भारतीय संस्कृति और धर्म की जड़ें कितनी गहरी हैं।
देशवासियों को राम मंदिर के प्रति आस्था
राम मंदिर (Ram Mandir) आज के समय में भारतीय आस्था का मुख्य प्रतीक बन गया है। लाखों लोग हर साल यहाँ दर्शन के लिए आते हैं और अपनी आस्था का प्रदर्शन करते हैं। डिप्टी स्पीकर रौरी ने कहा कि यह मंदिर उन सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है, जो भगवान राम की शिक्षाओं और आदर्शों का पालन करना चाहते हैं।
इस यात्रा में रौरी ने परिवार के साथ समय बिताया और मंदिर के इतिहास और धार्मिक महत्व को भी समझा। उन्होंने बताया कि यह अनुभव उन्हें जीवन भर याद रहेगा और इस पवित्र स्थान पर आकर उन्होंने नई ऊर्जा का अनुभव किया।
अयोध्या में शांति और सद्भाव की अपील
अंत में, डिप्टी स्पीकर जयकृष्ण सिंह रौरी ने कहा कि उन्होंने भगवान राम से प्रार्थना की कि देश में शांति और सद्भाव बना रहे। राम मंदिर (Ram Mandir) से उन्हें यह प्रेरणा मिली कि समाज में हर व्यक्ति एक दूसरे के प्रति सहिष्णुता और सम्मान का भाव रखे।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि राम मंदिर से निकलने वाला यह शांति और एकता का संदेश पूरे देश में गूंजेगा और समाज में हर व्यक्ति में एकता का भाव पैदा करेगा।