अमृतसरः गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बाहर पिछले चार दिनों से छात्र भूख हड़ताल पर बैठकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारी दो मुख्य मांगें हैं रूलर एरिया का 7%, बॉर्डर एरिया का 3%, 1984 के पीड़ित परिवारों का 2%, कुल 12%, जो कोटा एडमिशन में मिलता था, वह सरकार ने पिछली दो-तीन अधिसूचनाओं के माध्यम से थोड़ा-थोड़ा करके समाप्त कर दिया था। हमारी यह मांग है कि अतिरिक्त सीटों के माध्यम से शासक क्षेत्र का कोटा बहाल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य में दो विश्वविद्यालय चल रहे हैं। एक गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और एक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की फीस गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की फीस के मुकाबले काफी कम है। लेकिन यहां की यूनिवर्सिटी जो लगातार फीस बढ़ा रही है, हर साल 5% फीस बढ़ा दी जाती है। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में जो कोर्स 25000 रुपये में कराए जाते हैं उनकी फीस गुरु नानक यूनिवर्सिटी में 60 से 70,000 रुपये है, इनकी फीसों में इतना अंतर क्यों है।
उन्होंने कहा की हमारी दूसरी मांग यह है कि पिछले साल फीस में जो 5% की बढ़ोतरी हुई है, उसे वापस लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों से पुलिस प्रशासन हमारा बहुत समर्थन कर रहा है। लेकिन कल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कालज का दोरा करने आने वाले है, जिसके कारण पुलिस ने छात्रों को धरना वहां से कहीं ओर शिफ्ट करने को कहा। पुलिस ने कहा कि अगर वह एसा नहीं करते तो उनपर बनती कारवाई की जाएगी।
छात्रों ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन को एसा लगता है कि हम कुछ गलत कर रहै हैं तो वह हमपर कारवाई कर सके हैं, लेकिन जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती, उनको इसके बारे में लिखती रूप में नहीं दिया जाता, तब तक हम यहां धरने पर बैठे रहैंगे।