
विरोधियों के रोष प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने किए पुख्ता प्रबंध
अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की ओर से 1360 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया। पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत वृद्धि हुई। शिरोमणि कमेटी की बजट बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर श्रद्धांजलि प्रस्ताव पेश किया गया। श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज और श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह अभी तक इसमें शामिल नहीं हुए हैं। इस बजट के दौरान बैठक में शिरोमणि कमेटी के सदस्य भाग लेने के लिए पहुंचे। इसी बीच, दमदमी टकसाल के प्रमुख बाबा हरनाम सिंह धूम्मा के नेतृत्व निहंग जत्थेबंदियों ने SGPC मुख्यालय की तरफ कूच शुरू कर दिया है। हरनाम सिंह धूम्मा के अलावा दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी इसका हिस्सा हैं।
वहीं निहंग जत्थेबंदियों को गोल्डन टेंपल की तरफ जाने वाले रास्ते में रोका गया। बताया जा रहा है कि दमदमी टकसाल का यह विरोध प्रदर्शन SGPC की कार्यकारिणी द्वारा जत्थेदारों की नियुक्ति और हटाने के हालिया फैसले के खिलाफ हो रहा है। संगठन ने SGPC से अपने फैसले को वापिस लेने की मांग की है। बाबा हरनाम सिंह धूम्मा ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा कि SGPC ने जिस तरह से जत्थेदारों की नियुक्ति और हटाने का निर्णय लिया है, वह सिख परंपराओं और मर्यादाओं के खिलाफ है। SGPC को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और सिख संगत की राय को ध्यान में रखना चाहिए।
बता दें कि शिरोमणि कमेटी के 170 सदस्य जनरल चुनाव के जरिए चुने जाते हैं और 15 सदस्य पंजाब और बाहर के सूबों से नामज़द होते हैं। कुल 185 सदस्यों में 30 सदस्य अकाल चलाना कर चुके हैं और 5 ने इस्तीफा दे दिया है। कर्नल सिंह पंजौली पर अदालत ने रोक लगाई हुई है। इसके साथ ही सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी और 5 तख्तों के जत्थेदारों को भी सम्मान के तौर पर सदस्य का अधिकार मिलता है, लेकिन वे वोट और चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेते।
