
जत्थेदारों की नियुक्ति को लेकर एक विशेष प्रस्ताव पारित
अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का साल 2025-26 का बजट आज तेजा सिंह समुंदरी हाल में बुलाए गए इजलास में लगभग 1386 करोड़ 47 लाख का बजट पास किया गया। यह बजट पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत बढ़ा है। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि हर साल एसजीपीसी को 31 मार्च से पहले अपना वार्षिक बजट पेश करना होता है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर कहा जाता है कि एसजीपीसी का बजट पंजाब सरकार से अधिक होता है, जबकि एसजीपीसी का बजट पंजाब सरकार के बजट का एक प्रतिशत भी नहीं होता। उन्होंने बताया कि इस बार पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत बजट में वृद्धि हुई है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस साल शिक्षा, धर्म प्रचार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में खास ध्यान रखा जाएगा। डेंटल कॉलेज में सीटें बढ़ाकर 100 की जाएंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्थित मेडिकल कॉलेज में भी 100 सीटों के साथ दाखिला होगा। एसजीपीसी के तहत चलने वाले अकादमियों के बच्चों ने हिमाचल में ज्यूडिशियल टेस्ट पास किया है, जबकि एक बच्चे ने सिविल सर्विस का प्रीलिमिनरी टेस्ट पास किया है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350 साल की शहादत के गुरुपर्व के लिए 25 नवंबर को शीशगंज साहिब में मनाया जाएगा और जम्मू-कश्मीर तथा असम से नगर कीर्तन सजाए जाएंगे।
गुरु साहिब के प्रकाश स्थान गुरुद्वारा गुरु के महल में भी समारोहों की शुरुआत होगी। पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में संत बाबा जरनैल सिंह भिंडरां वाले के संबंध में आपत्ति जनक शब्दावली का उपयोग किया गया, जिसका कि आज के इस बजट में विरोध प्रस्ताव भी लाया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली सिख दंगों में सज्जन कुमार को जो उम्र कैद की सजा हुई है, उसका स्वागत इस बजट इजलास में किया गया है। उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि करतारपुर साहिब की तर्ज पर पाकिस्तान और गुरुद्वारों के दर्शन के लिए सिख श्रद्धालुओं को सुविधा के लिए वीजा दफ्तर अमृतसर में खोला जाए। इसी के साथ हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि पिछले समय से दोनों देशों पाकिस्तान और भारत के बीच बंद पड़े व्यापार को भी फिर से शुरू किया जाए।
डेढ़ साल पहले उन्होंने भारत सरकार से मुलाकात का समय मांगा था और 21 मार्च को उन्होंने मेल भेजकर मुलाकात नहीं की है। पिछले दिनों शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के साथ हुई धक्केशाही का भी हम विरोध करते हैं। अगर किसानों के साथ ऐसी धक्केशाही होती है तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ेगा। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की योग्यता नियुक्ति और सेवा मुक्ती के लिए भी एक प्रस्ताव पास किया गया है, जिसके लिए उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया जाएगा और संगतों की भी राय ली जाएगी और उसके बाद जत्थेदार साहिबान की नियुक्ति और सेवा मुक्ती को लेकर भी प्रस्ताव लाया जाएगा।
