अमृतसरः शिरोमणि अकाली दल और एसजीपीसी ने बाबा बकाला में आयोजित रक्खड़ पूनिया को लेकर भारी इकट्ठ किया। इस दौरान अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बलजीत दादूवाल-जसबीर रोडे-धयान सिंह मंड जैसे पंथ के गद्दार आरएसएस-भाजपा तथा सरकारी एजेंसियों से मिलकर शिरोमणि अकाली दल तथा सिख कौम को कमजोर करने में जुटे हुए हैं। पंत को विभाजित करने पर तुले हुए एजेंसियों एवं गद्दारों से पंजाब एवं कौम को बर्बाद होने से बचाने की जरूरत है। सुखबीर ने कहा कि आरएसएस-भाजपा गुरु घरों पर कब्जा करने को प्रयास करते हैं।
श्री हजूर साहब, तख्त श्री पटना साहिब हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में विभाजन करने के बाद अब भाजपा तथा केंद्रीय एजेंसियां एसजीपीसी को विभाजित करने को प्रयासरत हैं। अगर सिख समुदाय आज भी इन शक्तियों की पहचान कर सावधान ना हुआ तो पंजाब एवं कौम की बर्बादी को रोकने से कोई नहीं बचा सकता है। सुखबीर बादल ने कहा कि पहले पूर्व कैप्टन अमरिंदर सरकार एवं मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान ने पंजाब को बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। इन सरकारों ने विकास नहीं बल्कि पंजाब का विनाश ही किया है।
कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि बंदी सिखों को नहीं बल्कि अपने बेटे की रिहा करवाने के लिए ही अमृतपाल सिंह के सवजनों द्वारा अलग से पंथक कॉन्फ्रेंस रखी गई है। उन्होंने कहा कि जहां शिरोमणि अकाली दल तथा एसजीपीसी पिछले 20-20 सालों से बंदी सिखों की रिहाई के लिए संघर्षरत है वही एमपी बने अमृतपाल की रिहाई के लिए 1 साल में ही उनके पारिवारिक सदस्य तथा तथाकथित सिखों के गद्दार अमृतपाल की रिहाई के लिए तरलो मछी हो रहे हैं। ऐसे गद्दारों को पहचानने की जरूरत है। उधर अकाली नेता विक्रम मजीठिया ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर बढ़ास निकलते हुए कहा कि उन्हें तो पौनी बोतल पीकर ही होश आती है, यह शराबी भला पंजाब एवं पंजाब वासियों का क्या भला करेंगे।