जम्मूः कश्मीर के पर्वतीय क्षेत्रों में रविवार को हुई बर्फबारी से सर्दी ने जोर पकड़ा है। घाटी के अधिकांश हिस्सों में पहली बार दिन का पारा सामान्य से गिरकर 10 डिग्री से नीचे आ गया है, जबकि रात का तापमान भी शून्य डिग्री से नीचे होने से कंपकंपा देनी वाली ठंड पड़ रही है। बर्फबारी से हालात इतने खराब हो गए हैं कि सड़कों पर पर्यटकों की गाड़ी फिसलती हुई नजर आई। गनीमत रही कि अभी कहीं से किसी हादसे की खबर नहीं आई है। बर्फबारी के कारण जिला राजोरी और पुंछ को शोपियां (कश्मीर) से जोड़ने वाली मुगल रोड पर एहतियात के तौर पर वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया है।
बर्फबारी के चलते सड़क पर फिसल रही गाड़ियां, कई रास्ते बंद, बर्फ हटाने का काम जारी pic.twitter.com/Y6CCyyHuyl
— Encounter India (@Encounter_India) December 9, 2024
इसके साथ कश्मीर को लेह से जोड़ने वाला सिंथन मार्ग और किश्तवाड़-अनंतनाग मार्ग को बंद कर दिया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार सोमवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के कई हिस्सों में रविवार सुबह से ही बादल छा गए। इस बीच विश्व विख्यात पर्यटन स्थल गुलमर्ग, जोजिला, कुपवाड़ा, माच्छिल, केरल, जेड गली, सिंथन टाप, पीर की गली, बंगस घाटी, टंगमर्ग सहित पुंछ के मुगल रोड क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हुई। मुगल रोड और सिंथन मार्ग पर कई जगह एक फुट से अधिक बर्फ गिरी है।
ट्रैफिक पुलिस कश्मीर की ओर से कश्मीर में आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को यात्रा एडवाइजरी के तहत सफर करने की सलाह दी है। बंगस घाटी में सुबह से शुरू हुआ बर्फबारी का सिलसिला रुक-रुक जारी रहा। बर्फ के फाहों ने पूरे इलाके में घास के हरे मैदानों को सफेद कर दिया है। मनमोहक वादी-ए-बंगस में सर्दी के सीजन की यह पहली बर्फबारी है। बर्फबारी पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। राजधानी श्रीनगर में दिन का पारा सामान्य से थोड़ा गिरकर 9.6, पहलगाम में 7.8 और गुलमर्ग में 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं दूसरी ओर सीमा सड़क संगठन (BRO) ने जोजिला दर्रे पर बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। भारी बर्फबारी होने के कारण बंद पड़े इस खास मार्ग को फिर से खोलने के लिए BRO की टीमों को दिन रात काम करना पड़ रहा है। यह दर्रा जम्मू और कश्मीर घाटी को लेह-लद्दाख से जोड़ता है। बतादें यहां से बर्फ हटाने का काम हर सर्दियों बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाता है। BRO के अधिकारियों ने बताया कि इस कार्य को प्राथमिकता दी गई है ताकि यातायात जल्द बहाल किया जा सके और स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को राहत मिल सके। इस कोशिश में भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जा रहा है और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं।
जोजी ला दर्रा, जो 11,575 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, लद्दाख और कश्मीर घाटियों को जोड़ता है। यह दर्रा इसलिए बहुत खास है क्योंकि यह एडवेंचर और सड़क यात्रा के शौकीनों के लिए एक रोमांचक जगह है। जोजी ला की संकरी और खड़ी सड़कों पर यात्रा करने का अनुभव बेहद अद्भुत होता है, खासकर जब आप बर्फ से ढके पहाड़ों का दृश्य आपकी आंखों के सामने हो। लद्दाख की यात्रा के दौरान जोजी ला दर्रा एक प्रमुख आकर्षण बनता है, क्योंकि यह एक चुनौतीपूर्ण लेकिन सुंदर रास्ता है, जिससे आप लद्दाख की बाकी प्रसिद्ध जगहों जैसे पैंगोंग झील तक पहुंच सकते हैं। वैसे तो यात्रा का सबसे अच्छा वक्त यहां मई और जून के बीच होता है, जब बर्फ पिघलने लगती है और मौसम हल्का रहता है।