
शामलीः जिले के गांव पूर्व माफी में कर्ज के बोझ तले दबे एक किसान ने आत्महत्या कर ली। 50 वर्षीय किसान आजाद का शव उनके खेत में मिला, जिसके पास एक तमंचा भी पड़ा था। परिजनों के मुताबिक, किसान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी और वह लगातार कर्ज के चक्कर में फंसा हुआ था, जिसकी वजह से वह मानसिक तनाव का शिकार हो गया था।
जानकारी मुताबिक, शामली के गांव पूर्व माफी के आजाद के पास 15 बीघा जमीन थी, लेकिन कुछ समय पहले उसने दो बीघा जमीन बेच दी थी। इसके बावजूद, वह अपनी बेटी की स्कूल की फीस नहीं चुका पा रहा था। स्कूल की ओर से 40,000 फीस जमा करने के लिए बार-बार दबाव डाला जा रहा था। इसके अलावा, आजाद पर बैंक का 3.5 लाख और सरकारी समिति का 1.25 लाख का कर्ज भी था।
मृतक के भाई ने बताया कि आजाद का गन्ना मिल पर 2 लाख का बकाया था, जिसे वह चुका नहीं पा रहा था। कर्ज की वजह से ना तो वह अपनी पत्नी का इलाज करवा पा रहा था और ना ही बेटी की स्कूल फीस जमा कर पा रहा था। इन सब परेशानियों ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया था।
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह किसान रोज की तरह अपने खेत पर काम करने गए थे। उनके साथ दो नौकर भी थे, जो खेत में काम में लग गए। कुछ समय बाद, खेत से गोली चलने की आवाज आई। जब नौकर मौके पर पहुंचे, तो उन्हें किसान का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। पुलिस को सूचित किया गया, और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। मौके से तमंचा भी बरामद हुआ, जिससे आत्महत्या की संभावना जताई जा रही है।