
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका रहा है. अमेरिकी स्वास्थ्य सेवाएं दुनिया में अव्वल मानी जाती हैं. इस बीच अपनी गुडविल को लेकर दुनिया में मशहूर अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र यानी सीडीसी ने कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद तीन नए साइड इफेक्टस सामने आने का दावा किया है. सीडीसी ने अब अपनी पुरानी सूची में नए लक्षण शामिल किए हैं.
कोरोना टीकाकरण अभियान की बात करें तो वैश्विक रूप से 283 मिलियन यानी 28 करोड़ तीस लाख से ज्यादा डोज लग चुकी हैं. करीब 6 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. सबसे आम साइड इफेक्ट की बात करें तो शरीर में कोरोना वैक्सीन लगवाने वाली जगह पर दर्द होने की शिकायत ज्यादातर लोगों को महसूस हुई. वहीं कुछ लोगों में कम समय के लिए फ्लू जैसे लक्षण देखने को मिले.
हालांकि फ्लू के लक्षण वाले ज्यीादातर मामले कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के बाद देखने को मिले. हालांकि वैक्सीन की वजह से बेहद गंभीर स्थिति होने जैसे केस बहुत काम सामने आए.
कुछ दिन पहले वैज्ञानिकों ने साइड इफेक्ट्स की जानकारी देते हुए कहा कि टीका लगवाने वाले लोगों की त्वचा में रैशेस और लालपन देखने को मिला है. हालांकि ये शिकायत उन लोगों में देखी गई जिन्होंने Moderna jab वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी. CDC ने शुक्रवार को अपनी गाइडलाइंस में बदलाव करते हुए तीन नए साइड इफेक्ट ऐड-ऑन किए. इससे पहले सरकारी संस्था ने 6 लक्षणों की सूची जारी की थी. इसमें टीका लगने के बाद दर्द, सूझन, बुखार, ठंड लगना, सर दर्द और थकान की शिकायत देखने को मिली. नए साइड इफेक्ट की बात करें तो वैक्सीन लगवाने वालों की त्वचा में रेडनेस, मांसपेशियों में दर्द और जी मिचलाना यानी वोमटिंग महसूस होने जैसे लक्षण शामिल हुए हैं.
कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत तीन महीने पहले उत्तरी अमेरिका, यूरोप और इजरायल समेत कुछ देशों में हुई थी. उसके बाद ये सामान्य लक्षण ही देखने को मिले हैं. ऐसे में कुछ लोग नए साइड इफेक्ट सामने आने से आशंकित हैं. तो क्या नए लक्षणों का मिलना कोई बुरी खबर है, इसका जवाब भी आपको फौरन बताते चलें, अमेरिकी एजेंसी CDC के मुताबिक नए साइड इफेक्ट सामने आने में कोई खतरे या डरने की बात नहीं है. मानव शरीर में वैक्सीन लगने के बाद साइड इफेक्ट मिलना इस बात का संकेत होता है कि वैक्सीन ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने यानी बचाव के लिए काम करना शुरू कर दिया है.
वैक्सीन लगने के बाद माना जाता है कि ये शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने की प्रकिया की शुरुआत कर देती है. वहीं एंटीबॉडीज ( Antibodies ) बनने की बात करें तो टीके की पहली खुराक लेने के दो हफ्तों बाद शरीर में Antibodies बनने लगती हैं. वहीं दूसरी डोज लेने के बाद भी कुछ समय तक अगर एहतियात बरता जाए तो कोरोना से सुरक्षा होने यानी बचाव की गारंटी बढ़ जाती है. हालांकि CDC ने लोगों से किसी भी तरह के साइड इफेक्ट दिखने की स्थिति में फौरन अपने डॉक्टर बात करने की सलाह दी है.