
जालोरः आज जहां लोग पुराने रीति रिवाजों और जातिवाद से काफी उपर उठ चुके हैं। वहीं कई लोग बड़े होने के बाद भी ऐसी छोटी सोच के मालिक हैं कि अभी भी वह जाति के चक्कर में फंसकर लोगों से उनकी आजादी छीनने की कोशिश करते हैं।
लोग उन्हें छोटी जाति का होने के चलते कुछ करने नहीं देते हैं। ऐसा ही मामला जालोर जिले के हरियाली गांव में सामने आया है जहां, दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका गया। पुलिस ने मामले में 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। घटना 18 फरवरी की रात करीब 9:30 बजे की है। दूल्हा सुनील कुमार घोड़ी पर बैठा था और तोरण की रस्म चल रही थी। इसी दौरान बलवंत सिंह और महिपाल सिंह अपने 5 साथियों के साथ 2 गाड़ियों में वहां पहुंचे।
आरोपियों ने बारात में शामिल लोगों से मारपीट की। दूल्हे के पिता भागीरथ को थप्पड़ मारा और जातिसूचक गालियां दीं। आरोपियों का कहना था कि बिना इजाजत उनके गांव में घोड़ी पर चढ़ने की हिम्मत कैसे की।
दूल्हे को जबरन घोड़ी से नीचे उतारकर आरोपी पीटने लगे। बीच-बचाव करने आए बारातियों और स्थानीय लोगों को भी धमकाया। बलवंत सिंह घोड़ी लेकर चला गया और बाकी आरोपी गाड़ियों में बैठकर फरार हो गए। आरोपियों ने जाते समय धमकी दी कि अगर उनके खिलाफ केस किया तो दूल्हे को दोबारा गांव में नहीं घुसने देंगे। साथ ही लड़की के परिवार को भी गांव से निकाल देने की धमकी दी।
दुल्हन के परिजनों के मुताबिक, बारात आने से पहले ही आरोपी बलवंत सिंह ने आपत्ति जताई थी। उसने कहा था कि दलित घोड़ी पर बैठेंगे तो राजपूत क्या करेंगे। इससे नाराज होकर बलवंत सिंह सहित अन्य चार लोग पहुंचे और घोड़ी वाले से घोड़ी छीनकर अपने घर ले जाकर बांध दी। पुलिस ने 18 फरवरी की रात को 3 लोगों को हिरासत में लिया। बुधवार को उन्हें शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की जांच जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही दूल्हे के परिजन सकते में आ गए। आनन-फानन में पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने जयपुर से जालोर एसपी ज्ञानचंद यादव सहित प्रशासनिक अमले को पूरे मामले की जानकारी दी। इस बात की भनक लगते ही आरोपी पक्ष के लोग दुल्हन के घर पहुंचे और मध्यस्थता करके घोड़ी वापस पहुंचाई और मामले को लेकर माफी मांगी। इस दरम्यान पुलिस के आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दूल्हे को वापस घोड़ी पर बिठाकर शादी की रस्म पूरी करवाई।