नई दिल्ली: ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने हाल ही में घोषणा की सुभद्रा योजना के तहत 20 लाख और महिलाओं को 5000 रुपये की पहली किश्त मिलनी है। परिदा के अनुसार, नवंबर के अंत तक तीसरे चरण में यह राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर होने की संभावना है। अब तक दो चरणों में करीब 60 लाख महिलाओं को यह सहायता मिल चुकी है। तीसरे चरण में लाभार्थियों की संख्या 20 लाख होगी, और 24 नवंबर को सुंदरगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान इस राशि का वितरण किया जाएगा। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जुएल ओराम भी शामिल होंगे।
सुभद्रा योजना का उद्देश्य और लाभ
सुभद्रा योजना का उद्देश्य ओडिशा राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत राज्य की करीब 1 करोड़ महिलाएं को हर साल 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। योजना के लिए 55,825 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2024 को इस योजना की शुरुआत की थी, और इसका लक्ष्य गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवनयापन करने वाली 21 से 60 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत, इन महिलाओं को अगले 5 वर्षों तक हर साल 10,000 रुपये दिए जाएंगे।
अब तक हुई सहायता और भविष्य की योजना
- पहले चरण में करीब 25 लाख महिलाओं को सहायता मिली।
- दूसरे चरण में 9 अक्टूबर 2024 को 35 लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में राशि जमा की गई।
- अब तीसरे चरण में 20 लाख महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा।
परिदा ने कहा कि कुछ आवेदनों को खारिज किया गया है। फिलहाल, 2.67 लाख महिला लाभार्थियों के आवेदन विभिन्न कारणों से खारिज किए गए हैं। हालांकि, उन महिलाओं को सुधार करने के बाद भविष्य में योजना में शामिल किया जा सकता है।
आगे की दिशा
इस योजना के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी कवर करने की योजना बनाई जा रही है, खासकर उन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जो सरकारी कर्मचारियों के परिवार से नहीं हैं। राज्य सरकार का यह कदम महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
सुभद्रा योजना को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता साफ है, और इसे आने वाले समय में और विस्तार दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाओं तक इसका लाभ पहुंच सके।