
कोटा: होली पर्व को लेकर राजस्थान की कोटा पुलिस ने आज कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए होली की गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक, कोचिंग एरिया में होली खेलने पर पाबंदी लगाई गई है। हॉस्टल-पीजी संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी स्टूडेंट सड़कों पर न निकले। इतना ही नहीं, होली वाले दिन हॉस्टल, पीजी, मैस, रेस्टोरेंट्स में किसी भी प्रकार का डीजे बजाने पर भी रोक होगी। कोटा पुलिस ने यह फैसला चैंपियन्स ट्रॉफी जश्न के दौरान हुए स्टूडेंट्स के हुड़दंग को देखते हुए लिया है।
यह है गाइडलाइन
- सभी हॉस्टल, पीजी, मैस, रेस्टोरेन्ट में किसी भी प्रकार का डीजे साउंड नहीं लगाया जाएगा।
- किसी भी प्रकार की शराब पार्टी पर रोक रहेगी. अगर कोई स्टूडेंट नशा करते पाया गया तो उसकी जिम्मेदारी हॉस्टल, पीजी, मैस, रेस्टोरेन्ट के संचालक की रहेगी।
- हॉस्टल, पीजी, मैस, रेस्टोरेन्ट की छत पर जाना पूरी तरह से बैन रहेगा। छत पर किसी प्रकार का कोई आयोजन भी नहीं रखा जाएगा।
- धुलंडी यानी 14 मार्च को केमिकल वाले रंगों का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
- हॉस्टल, पीजी, मैस, रेस्टोरेन्ट संचालक होली व धुलंडी पर अपनी संस्था में खुद मौजूद रहकर स्टूडेंट्स पर निगरानी रखेंगे, और व्यवस्था बिगड़ने पर पुलिस को जानकारी देंगे।
- अगर कोई इन नियमों की पालना नहीं करता है तो उसके संचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
- किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित होने पर पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नं. 07442350777 या 07442350778 या थाना बोरखेडा के फोन नं. 07442350767 पर कॉल कर सकते हैं।
- कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि पुलिस ने जो होली की गाइडलाइन जारी की है, उसकी पालना करने का सभी हॉस्टल संचालक पूरा प्रयास करेंगे। क्षेत्र के सभी हॉस्टल संचालकों को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है।
दरअसल, 9 मार्च की रात दुबई में टीम इंडिया की जीत के बाद कोटा में कोचिंग छात्रों की भीड़ जश्न मनाने के लिए सड़कों पर निकली थी। छात्रों की इस भीड़ ने शोर मचाते हुए शहर के कोरल पार्क एरिया में जमकर हुड़दंग मचाया था। हजारों की संख्या में छात्रों ने बैरिकेड्स, दुकानों के शटर और पोस्टर बैनर में तोड़फोड़ की थी और 2 घंटे तक उत्पात मचाया था। इस तोड़फोड़ के वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
हालांकि, इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। लेकिन, कोटा के कोचिंग छात्रों के इस तरह से हंगामा करते हुए जश्न मनाने के तरीके से कोटा की छवि पर असर पड़ा है। साथ ही कोटा की कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठे।