मोर्चरी ले जाते समय सांसें सुनने पर अस्पताल में मची अफरा-तफरी
जबलपुरः मध्यप्रदेश में एक अजीब मामला सामने आया है, जिसमें एक जीवित मरीज को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया। यहां तक कि उसका मृत होने का सर्टिफिकेट भी बना दिया। यह घटना मध्यप्रदेश के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की है।
जानकारी मुताबिक, 67 वर्षीय इंद्रजीत शुक्ला गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, और उन्हें सर्जरी वार्ड के आईसीयू में भर्ती किया गया। सोमवार को इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, यह कहते हुए कि उनकी सांसें थम चुकी हैं और अब उनकी मृत्यु हो चुकी है। इसके बाद डॉक्टरों ने डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया।मरीज के परिजन राजेंद्र प्रसाद दुबे ने बताया कि डाॅक्टर के कहने पर जब वार्ड से स्ट्रेचर पर शिफ्ट करने के बाद इंद्रजीत को मर्चूरी ले जा रहे थे, तभी बुजुर्ग के बेटे और बहू ने देखा कि मरीज की सांस चल रहीं हैं, उन्हें आभास हुआ कि पिता जी जिंदा है।
इस घटना के बाद तुरंत ही मरीज के परिजन उन्हें लेकर वार्ड में पहुंचे। डाॅक्टर को बताया गया कि जिन्हें मृत घोषित करते हुए डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया, वह अभी भी जिंदा है, उनकी सांस चल रही है। इस पूरी घटना के बाद बुजुर्ग को फिर से वार्ड में भर्ती कर लिया गया, जिनका इलाज जारी है। पूरे घटनाक्रम को लेकर परिजनों ने मेडिकल काॅलेज की इलाज व्यवस्था में गंभीर सवाल खड़े किए हैं।