दुबई में बैठे मास्टरमाइंड, Doctors, Engineers और Professors को बना रहे शिकार
नई दिल्लीः देश में डिजिटल अरेस्ट की घटनाए लगातार बढ़ती जा रही है। एक आकलन के मुताबिक पिछले 4 माह में करीब 400 करोड़ रुपए ठगे जा चुके हैं। डिजिटल अरेस्ट यानी वीडियो कॉल के जरिए किसी को गिरफ्तारी का डरावा देकर मुंहमांगी फिरौती वसूलना है। डिजिटल अरेस्ट करने के लिए ठग कस्टम, सीबीआई, ईडी, नारकोटिक्स अफसर और जज बनकर कॉल करते थे। ज्यादातक ठग डॉक्टर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सैन्य अफसर और आईआईटी प्रोफेसर जैसे उच्च शिक्षित लोगों को शिकार बना रहे है। डिजिटल अरेस्ट के ज्यादातर मास्टरमाइंड दुबई में बैठकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहा है। एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सभी मामलों में सरकारी खाते बताकर जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए थे, वे आम लोगों के बैंक खाते हैं और विदेश में बैठे साइबर अपराधियों के नियंत्रण में हैं। दुबई में बैठे साइबर अपराधियों ने इस पैसे को क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया। यूपी एसटीएफ ने ऐसे 6 लोगों को पकड़ा है।
अगर आप ठगी से बचना चाहते है तो अपाको सावधान होने की जरूरत है। इसके लिए अनजान नंबरों से आई वीडियो कॉल्स से अगर ठगी का अंदेशा हो तो नंबर ब्लॉक करके साइबर अपराध निरोधक सेल को सूचित करें। अपने फोन, लैपटॉप और डेस्कटॉप के पासवर्ड व सॉफ्टवेयर अपडेट रखें। सहायता के लिए तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 या www. cybercrime.gov.in पर जानकारी दें।