घटना को लेकर राष्ट्रपति ने जताया दुख
देवस्थानमः तिरुपति बालाजी मंदिर के विष्णु निवास के पास भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 लोग घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार यह घटना उस वक्त हुई जब वैकुंड द्वार दर्शन के टोकन के लिए उमड़ी भीड़ में भगदड़ मच गई। घायलों को इलाज के लिए तिरुपति रुया अस्पताल ले जाया गया है। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) की ओर से यह जानकारी दी गई है।
वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आंध्र प्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर में भगदड़ की घटना में 6 लोगों की मौत के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें यह जानकर दुख हुआ कि तिरुपति में भगदड़ के कारण कई तीर्थयात्रियों की जान चली गई। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
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— Encounter India (@Encounter_India) January 9, 2025
दूसरी ओर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार में दर्शन टोकन के लिए तिरुपति में विष्णु निवासम के पास हुई भगदड़ में 6 श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है। मुख्यमंत्री ने घायलों को दिए जा रहे इलाज के बारे में अधिकारियों से फोन पर बात भी की। उन्होंने उच्च अधिकारियों को घटना स्थल पर जाकर राहत उपाय करने का आदेश दिया है ताकि घायलों को बेहतर उपचार मिल सके।
तिरुमला तिरुपति मंदिर के कार्यकारी अधिकारी श्यामला राव ने कहा कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आंध्र प्रदेश का मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू कल स्वयं तिरुपति पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि वैकुंठ एकादशी के पर्व पर श्रद्धालुओं को दर्शन टोकन वितरण करने के लिए तिरुपति में कुछ आठ काउंटर खोले गए थे। साथ ही यह भी कहा गया था कि कल सुबह पांच बजे से टोकन जारी करने का निर्णय लिया गया है लेकिन टोकन पाने के लिए शाम छह बजे से ही श्रद्धालु कतार में खड़े हो गए। इस बीच एक-दो केंद्र पर टोकन के लिए अप्रत्याशित रूप से आए श्रद्धालुओं के कारण भारी भगदड़ मच गई, जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
मृतकों में सेलम के मल्लिगा (50) के साथ 5 महिलाओं की पहचान की गई। घायलों को एंबुलेंस से तिरुपति के अस्पतालों में ले जाया गया। रुया हॉस्पिटल में 20 और श्री वेंकटेश्वरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (स्विम्स) में 9 लोगों का इलाज चल रहा है। जिलाधीश वेंकटेश्वर राव और तिरुमला तिरुपति मंदिर के कार्यकारी अधिकारी श्यामला राव रुया अस्पताल पहुंचे हैं और चिकित्सा सेवाओं की निगरानी कर रहे हैं। स्थानीय पुलिस ने बताया कि जब टोकन जारी करने वाले केंद्र में एक कर्मचारी की तबीयत खराब हुई तो उसे अस्पताल ले जाने के लिए केंद्र के दरवाजे खोले गए।
इस बीच वहां एकत्रित भक्तों ने सोचा कि क्यू लाइन टोकन जारी करने के लिए खोली गई है और वे तुरंत दौड़ पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इसी दौरान भगदड़ मच गई। बता दें कि वैकुंठ दर्शन के लिए इस महीने के पहले तीन दिनों 10, 11 और 12 तारीख के लिए 1.20 लाख टोकन गुरुवार सुबह जारी किए जाने हैं। शेष दिनों के बारे में तिरुपति तिरुमला प्रशासन ने कहा कि यह संबंधित तिथियों पर तिरुपति में विष्णुनिवासम, श्रीनिवासम और भूदेवी परिसरों में दिया जाएगा। लेकिन अब इस हालात में, भक्तों की भीड़ के कारण, आज रात से टोकन जारी किए जा रहे हैं। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)