किसानों को सरकार से उचित मुआवजे की मांग रखी…
नालागढ़ (सचिन बैंसल)। प्रतिकूल मौसम व फसलों में लगी बीमारी से किसानों की धान व मक्की की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों ने बैंकों से ऋण लेकर फसलें लगाई है लेकिन पहले तो बारिश ही जरूरत से कम हुई ऊपर धान व मक्की में लगी बीमारियों ने उनकी फसलें नष्ट हो गई है। किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर से मिला और सरकार से किसानों को पांच हजार रुपये प्रति बीघा मुआवजा देने की मांग रखी।
नालागढ़ क्षेत्र के किसान जोगिंद्र सिंह खटाना, प्रकाश चंद, जीआर रघुवंशी, सुरत सिंह चौहान, हदीश मोहम्मद, हरिदत्त, बलदेव चंदेल, कुलदीप सिंह, लाभ सिंह, रोशन लाल, बाबू राम, वीर चंद, कीड़ू राम लेबर सैल के पूर्व अध्यक्ष गुरबख्श सिंह के नेतृत्व में एसडीएम से मिले। किसानों ने एसडीएम को बताया कि मक्की में सूंडी प्रकोप शुरू में ही लग गया था जिससे कोई भी उपचार कृषि विभाग के पास भी नहीं है।किसानों की मक्की की फसल को वैसे ही चौपट हो गई अब रही सही धान की फसल में भी पत्ता लपेट रोग ने चौपट करदी है। जिससे किसान अब चारों और से खाली हो गया है।
किसानों ने बताया कि उन्होंने बैंक से लोन लेकर मंहगे बीज, खाद व दवाईयां खेतों में डाली थी लेकिन अब उन्हें जो पैसा लगाया था वह भी वापस नहीं मिल रहा है। जिससे अब किसान कर्जे में डूब गया है।उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रत्येक प्रभावित किसानों को पांच हजार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा दिया जाए।
एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर ने किसानो को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को उपायुक्त के माध्यम से सरकार तक पहुंचा दिया जाएगा।