मोहालीः पंजाब में बिजली कर्मियों को सेफ्टी किट मुहैय्या ना करवाने के चलते लगातार कर्मियों के करंट लगने से झुलसने के मामले सामने आ रहे है। वहीं मोहाली के फेज 8 बी में 4 माह पहले करंट लगने से बिजली कर्मी बुरी तरह से झुलस गया। हादसे में बिजली कर्मी की दोनों बाजू झुलस गई। कंधों से व्यक्ति की दोनों बाजू कटी हुई है। कर्मी का कहना है कि ईएसआई कार्ड से आईवी में पीड़ित का ईलाज चल रहा था, लेकिन काफी समय उपचार के बाद डॉक्टरों ने घर पर ईलाज करवाने के लिए कह दिया। कर्मी ने कहा कि घर में उपचार के दौरान उसकी बाजू की हालत खराब हो गई।
2 दिन पहले जब वह उसका हाल जानने के लिए घर गए तो देखा उसकी बाजू की हालत काफी खराब होनी शुरू हो गई थी। जिसके बाद उसे दोबारा चंडीगढ़ के पीजीआई में दोबारा दाखिल करवाया गया, जहां पीजीआई में उसकी बची हुई बाजू को भी काट दिया गया। अब परिवार और कर्मियों की मांग है कि पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपए की ग्रांट मुहैय्या करवाई जाए।
इस मामले को लेकर कर्मियों ने पुलिस की कार्रगुजारी पर गंभीर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि 4 माह बीत जाने के बावजूद पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है। कर्मियों का आरोप है कि पीड़ित 4 माह पहले बिजली लाइन रिपेयर करने को लेकर खंभे पर चढ़ा हुआ था, लेकिन महकमे की लापरवाही के चलते बिजली लाइन ऑन कर दी गई और व्यक्ति करंट लगने से बुरी तरह से झुलस गया। परिवार मैंबरों के अनुसार पुलिस ने इस मामले में अभी तक केस दर्ज नहीं किया है।
जिसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों द्वारा लगातार स्थानीय अधिकारियों के चक्कर लगाकर गुहार लगाई जा रही है। इसी के चलते आज बिजली विभाग के विभिन्न संगठन मोहाली थाने फेज-1 पर पहुंचे। जहां उन्होंने मामले को लेकर पुलिस प्रमुख से मिलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस प्रमुख थाने में मौजूद नहीं थे। कर्मी ने बताया कि उन्हें थाने से पता चला कि थाना प्रभारी गोली चलने की घटना को लेकर मौके पर जायजा लेने के लिए गए हुए है। उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि वह ठेके पर बिजली कर्मियों को सेफ्टी किट मुहैय्या करवाने को लेकर मांग कर रहे है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।