
फ्लोरिडाः भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से वापसी एक बार फिर टल गई है। NASA ने तकनीकी खराबी के चलते स्पेस स्टेशन के लिए नए क्रू को लेकर जा रहे मिशन क्रू 10 को टाल दिया है।
इस मिशन को 12 मार्च को स्पेसएक्स के रॉकेट फाल्कन 9 से लॉन्च किया जाना था। इस मिशन में 4 अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन के लिए रवाना होने वाले थे। इनमें 2 अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के टाकुया ओनिशी (JAXA) और रूस के के अंतरिक्ष यात्री किरिल पेस्कोव (रोस्कोस्मोस) शामिल हैं। ये चारों पिछले 9 महीने से स्पेस स्टेशन में फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की जगह लेने वाले थे।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव क्रू 9 मिशन के साथ स्पेस स्टेशन से आज सुबह रवाना होने वाले थे। क्रू 10 मिशन को रॉकेट के ग्राउंड सपोर्ट क्लैम्प आर्म में हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आई थी। नासा के मुताबिक लॉन्चिंग के लिए अगली विंडो भारतीय समयानुसार 15 मार्च सुबह 4 बजकर 56 के बाद होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पेस एक्स के CEO इलॉन मस्क से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर को वापस लाने का काम सौंपा हुआ है।
आपको बता दें, सुनीता और बुच विलमोर बोइंग और NASA के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। इसमें सुनीता, स्पेसक्राफ्ट की पायलट थीं। उनके साथ गए बुच विलमोर इस मिशन के कमांडर थे। दोनों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में 8 दिन रुकने के बाद वापस पृथ्वी पर आना था। मिशन का मुख्य उद्देश्य स्पेसक्राफ्ट की एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता साबित करना था लेकिन कोई तकनीकी खराबी के चलते वह वहीं फंसकर रह गए।