नई दिल्ली: आउटर स्पेस में शुक्रवार को एक बेहद शक्तिशाली सोलर स्टॉर्म यानी सौर तूफान आने की आशंका है। रिपोर्ट्स के अनुसार यह तूफान आया तो ऐसा 20 साल में पहली बार होगा। अमेरिका में द नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने गुरुवार को एक गंभीर जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म वॉच को लेकर चेतावनी जारी की थी। बता दें कि साल 2005 के बाद से पहली बार ऐसा अलर्ट जारी हुआ है। NOAA के अधिकारियों का कहना है कि सूर्य के एटमॉस्फेयर से मैटर और मैग्नेटिक फील्ड का एक्सपल्शन धरती वासियों के लिए समस्याएं खड़ी कर सकता है। इसका स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर सोलर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शंस की एक सीरीज को देखते हुए सूर्य पर नजर रखे हुए है।
इस सीरीज की शुरुआत 8 मई को हुई थी। इनमें से कम से कम 5 फ्लेयर ऐसी थीं जिनके बारे में लग रहा है कि वह धरती की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। अलर्ट में कहा गया है कि सोलर स्टॉर्म जीपीएस जैसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में बाधा पहुंचा सकता है और पावर ग्रिड के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा मोबाइल नेटवर्क भी ठप हो सकता है। इसके अलावा अमेरिका के बड़े हिस्से में ऑरोरा की स्थिति भी बन सकती है। ऑरोरा रोशनी का एक शानदार नजारा होता है। अलर्ट जारी होने से पहले बुधवार को सूर्य से कई बड़े प्लाज्मा विस्फोट देखे गए थे। इसके बाद चेतावनी जारी हुई।
रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी एजेंसी के अलर्ट में कहा गया है कि यह जियोमैग्नेटिक तूफान धरती की सतह और नियर अर्थ ऑर्बिट में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर असर डाल सकता है। इससे कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिक पावर ग्रिड, नेविगेशन, रेडियो और सैटेलाइट ऑपरेशंस में समस्या आ सकती है। कुछ जगहों पर इस सोलर स्टॉर्म की वजह से इंटरनेट भी बंद हो सकता है। बता दें कि NOAA ने इस तूफान को लेकर अलर्ट के स्तर को मध्यम से गंभीर कर लिया है।