
नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स को लेकर बड़ा दावा किया है। यूएस प्रेसिडेंट ने कहा कि ब्रिक्स देश यूएस डॉलर को तबाह करने की कोशिश कर रहे हैं। वे नई करेंसी शुरू करना चाहते हैं, इसलिए उन पर टैरिफ का फैसला लिया गया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जब से उन्होंने 150% टैरिफ की बात कही है, तब से उन्होंने ब्रिक्स के बारे में कुछ नहीं सुना है। उन्होंने कहा है कि ब्रिक्स पर 150 फीसदी टैरिफ लगाने की चेतावनी से यह समूह टूट गया है। बता दें कि ब्रिक्स देशों के समूह में भारत भी शामिल है। दरअसल, ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने मिलकर 2006 में ‘ब्रिक’ समूह बनाया था। 2010 में दक्षिण अफ़्रीका भी इसमें शामिल हो गया, जिससे यह ब्रिक्स बन गया। अब मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात भी इसका हिस्सा बन चुके हैं।
इसके अलावा, कुछ अन्य देशों ने भी इसका हिस्सा बनने के लिए आवेदन दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिक्स देशों में दुनिया की 45% से ज्यादा आबादी रहती है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में इनकी 28% हिस्सेदारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि डॉलर को चुनौती देने की ब्रिक्स देशों की योजना कभी सफल नहीं होगी। सत्ता में आते ही मैंने स्पष्ट कर दिया था कि ब्रिक्स में शामिल जो भी देश नई करेंसी की बात करेगा, उस पर 150% टैरिफ लगाया जाएगा। हमें उनके सामान की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि ब्रिक्स में अब क्या हो रहा है। कुछ समय से उन्हें लेकर कोई खबर सामने नहीं आई है। ब्रिक्स अब टूट गया है। डोनाल्ड ट्रंप ब्रिक्स खेमे में खामोशी को अपनी टैरिफ नीति की जीत बता रहे हैं।
हालांकि, इस मामले को लेकर कुछ वक्त पहले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डी-डॉलराइजेशन के संबंध में भारत के रुख की पुष्टि करते हुए कहा था कि देश ने कभी भी इसका समर्थन नहीं किया और ब्रिक्स देशों की अपनी करेंसी लाने की कोई योजना नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ वक्त पहले भी ब्रिक्स पर जमकर निशाना साधा था। तब उन्होंने 100% टैरिफ की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि ब्रिक्स देश अच्छे से समझ लें कि अमेरिकी डॉलर को बदलने की कोशिशों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमेरिका ब्रिक्स देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा। रिपोर्ट्स की मानें तो ट्रंप ने PM मोदी के साथ मीटिंग में भी ब्रिक्स देशों का मुद्दा उठाया था। भारत इस समूह का प्रमुख सहयोगी है, इसलिए ट्रंप ने इसे लेकर अमेरिकी चिंताओं पर PM मोदी से बात की थी।