नई दिल्लीः कनाडा में 2 मिलियन डॉलर की लाॅटरी 4 पंजाबी दोस्तों में विवाद छिड़ गया। जिसके बाद सभी ने कोर्ट का रूख कर लिया। हालांकि यह लॉटरी एक दोस्त की निकली है। जबकि चारों दोस्तों ने लाॅटरी की टिकट के इनाम पर अपनी हिस्सेदारी का यह कहकर दावा जताया कि उन्होंने मिलकर टिकट खरीदा था। चारों पंजाबियों की उम्मीदें उस समय धराशायी हो गईं, जब अदालत ने 2 मिलियन डॉलर की पुरस्कार राशि में हिस्सेदारी के दावे को खारिज कर दिया। अदालत ने मनदीप सिंह मान के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि लाखों डॉलर की लॉटरी जीतना खुशी का स्रोत है, लेकिन इस मामले में आपसी रिश्ते तार-तार हो गए।
कहानी 15 अगस्त, 2022 को शुरू हुई, जब मनदीप सिंह मान ने 12 डॉलर खर्च कर टिकट खरीदा, जिससे दो मिलियन डॉलर का पुरस्कार निकला। मनदीप सिंह मान के कार्य सहयोगी बलविंदर कौर नागरा, सुखजिंदर सिंह सिद्धू, बिनीपाल सिंह संघेरा और जीवन पेढान का दावा है कि पुरस्कार राशि के वे भी हकदार हैं। इसके बाद मामला अदालत पहुंच गया। चारों दावेदारों ने तर्क दिया कि उनका मनदीप मान के साथ समझौता था और वह सभी सप्ताह में दो बार लॉटरी टिकट खरीदने के लिए पैसे इकट्ठा करते थे। प्रत्येक सदस्य ने 10 डॉलर का योगदान दिया और सोमवार और शुक्रवार को लॉटरी खरीदी गई। यदि कोई सदस्य अनुपस्थित हो या उसके पास नकदी न हो तो वह बाद में अपना अंशदान दे सकता है।
सोमवार को एकत्रित धनराशि का उपयोग उसी दिन या मंगलवार को लोट्टोमैक्स ड्राॅ में या बुधवार को लोट्टो 6/49 और बीसी में अपनी किस्मत आजमाने के लिए किया जाता। इसी प्रकार, शुक्रवार को एकत्रित राशि का उपयोग उसी दिन लोट्टो मैक्स ड्राॅ जीतने के लिए और शनिवार को लोट्टो 6/49 और बीसी लोट्टो जीतने के लिए किया जाएगा। दूसरी ओर मनदीप सिंह मान ने तर्क दिया कि लॉटरी खरीदने के लिए कोई निश्चित समूह नहीं बनाया गया था और कभी-कभी कई लोग लोट्टो मैक्स लॉटरी खरीदने के लिए एकत्र हो जाते थे, लेकिन बीसी 49 के लिए कोई संयुक्त टिकट नहीं खरीदा गया।
जब मनदीप सिंह मान को पता चला कि 18 अगस्त को लैंगली के शेवरॉन गैस स्टेशन से खरीदी गई, उनकी टिकट पर 2 मिलियन डॉलर का इनाम जीता गया है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने लॉटरी ड्रॉ के बारे में अपने सहकर्मियों को नहीं बताया। 11 दिन बाद चारों साथियों ने उसकी 2 मिलियन डॉलर के चेक के साथ मनदीप मान की तस्वीर देखी, तो सभी दंग रह गए। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस लिलियन बेंटोराकिस ने अपने फैसले में कहा कि लॉटरी को संयुक्त रूप से खरीदने के लिए कोई लिखित समझौता नहीं था और कुछ व्हाट्सएप संदेशों या लॉटरी टिकटों की साझेदारी से संबंधित कोई रिकॉर्ड नहीं मिला, इसलिए इनामी राशि के मनदीप सिंह मान हकदार हैं।
उल्लेखनीय है कि मुकदमे के दौरान मनदीप सिंह मान ने दावा किया था कि वह कई वर्षों से स्वयं लॉटरी टिकट खरीद रहा है। गैस स्टेशन के रिकाॅर्ड से यह भी स्पष्ट हो गया कि मनदीप मान ने ही बीसी 49 और लोट्टो 6/49 टिकटों का संयोजन खरीदा गया। मनदीप मान के पक्ष में निर्णय इसलिए भी किया गया, क्योंकि समूह की लॉटरी टिकटें 50 डॉलर की थीं और 40 डॉलर से कम की टिकटें कभी नहीं खरीदी गईं, जबकि मनदीप मान ने केवल 12 डॉलर खर्च किए।