
बांझपन से जूझ रहे पशुओं का किया इलाज,अच्छी नस्ल के पशु रखने ओर समय पर स्वास्थ्य जांच करवाने पर दिया बल
ऊना/सुशील पंडित : उपमंडल बंगाणा के रायपुर स्थित पशु अस्पताल में मंगलवार को एक दिवसीय पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में पशुपालकों के 40 से अधिक बांझपन से ग्रसित पशुओं का इलाज किया गया। शिविर में विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की टीम ने पशुओं की जांच कर उचित परामर्श और उपचार दिया। ज्ञात रहे पशु पालन विभाग मंडल बंगाणा द्वारा पशु पालन विभाग के सहायक निदेशक परियोजना डॉ दिनेश परमार के नेतृत्व में उपमंडलीय पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश जंगा द्वारा पशु चिकित्सालय रायपुर मैदान में पशुधन विकास बोर्ड के सौजन्य से पशु बांझपन एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में इलाके के बांझपन से ग्रसित 40 पशुओं का पशु विशेषज्ञ डॉ निशांत रनौत द्वारा निरीक्षण व इलाज किया गया।इस शिविर में पशु चिकित्सा अधिकारी लठियांनी डॉ अभिनव राणा ने पशु पालकों को बछड़ी पालन व पशुओं के बेहतर रख रखाव के टिप्स दिए तथा डॉ दीपिका ने 1962 कॉल हेल्प लाइन के बारे में जानकारी दी।
डॉ राजेश जंगा ने पशु पालकों को पशुओं के लिए संतुलित आहार बनाने, वैक्सीनेशन के फायदे और नियमित कृमिनाशक के महत्व पर जानकारी दी। डॉ दिनेश परमार ने पशु पालन की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे मे जानकारी दी। प्रधान ग्राम पंचायत रायपुर मैदान रीता शर्मा ने ग्राम पंचायत की ओर से पशु पालन विभाग का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि भविष्य में भी इस तरह के कैंप आयोजित करने का अनुरोध किया इस शिविर में पशु चिकित्सालय रायपुर मैदान के 50 पशु पालकों ने भाग लिया। उपमंडल बंगाणा के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश कुमार जंगा ने बताया कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को उनके पशुओं के स्वास्थ्य और नस्ल सुधार के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा स्वस्थ और अच्छी नस्ल के पशु न केवल किसानों की आय में वृद्धि करते हैं, बल्कि दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं।
डॉ जंगा ने बताया कि ऐसे शिविर में पशुओं के स्वास्थ्य की व्यापक जांच की जाती है और उन्हें आवश्यक दवाइयां साथ दी जाती हैं। और साथ ही, पशुपालकों को संतुलित आहार, स्वच्छता, और पशु रोगों से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई।बही डॉक्टरों ने विशेष रूप से बांझपन से ग्रसित गायों और भैंसों की जांच की और उचित उपचार प्रदान किया। बही पशुपालकों ने इस शिविर की सराहना करते हुए इसे उपयोगी बताया। उन्होंने मांग की कि ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएं ताकि उनके पशुओं को समय पर सही उपचार मिल सके। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिससे क्षेत्र के पशुपालकों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें और पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा मिले। इस अवसर पर पशु पालन सहायक श्री सुदेश मोदगिल , पशु औषधियोजक सपना कुमारी, राजिंद्र कुमार, विकास के अलावा अन्य कर्मचारी भी शामिल थे।