एक्सईएन ने बोला शीघ्र होगा समाधान
बददी/ सचिन बैंसल : दून विधानसभा के पहाडी क्षेत्र शेरला-अंबोटा जो कि गोयला पंचायत केेेे पिछडे गांव हैं मेें 2 महीने से पानी की कमी चली हुई है। यह ऐसे पिछडे गांव है कि अगर यहां से कोई बीमार हो जाए तो उसको पैदल 15 किलोमीटर या गाडी करके अस्पताल जाना पड़ता है। स्थानीय समाजसेवी श्रवण कुमार सहगल ने बताया कि पूरी गर्मी व बरसात के दो महीने से पानी की एक बूंद तक नहीं आई है और दो दर्जन परिवार पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं। उन्होने बताया कि सुवा फांवगला लाल रिंडी स्कीम उठाऊ पेयजल योजना किसी ठेकेदार का दी गई है। जो लोग ठेकेदार ने रखे हैं उनको आठ माह से मासिक वेतन नहीं मिला है। मई महीने में जो ठेकेदार ने लोग पानी छोडने, चढ़ाने, खोलने के लिए रखे हैं हडताल पर जा चुके हैं। इसका खामियाजा भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा है।
सहगल ने कहा कि अब मोटरें 15 दिनों से बंद पड़ी हुई है और पानी वितरण बंद कर दिया गया है। श्रवण ने कहा कि आसपास पानी का कोई स्त्रोत नहीं है। न कुंए न बाबडी और न ही आसपास कोई तालाब है। बरसात का पानी से हमारे नौनिहाल बीमार पड़ रहे हैं और हमें मजबूरन नदी नालों का गंदा पानी पीने पर मजबूर है। उन्होने इस विषय को एक्सईएन बददी को अवगत कराया है। उन्होने कहा कि अगर हमारी समस्या का हल नहीं हुआ तो हम मजबूर होकर धरना देने पर मजबूर हो जाएंगे। इस अवसर पर भगत राम, धनीराम, धर्म सिंह चंदेल, दीप राम, रमेश कुमार, अमर चंद, ज्ञान चंद व जगदीश कुमार ने पानी की कमी पर अपनी बात रखी और आईपीएच मंत्री से हस्तक्षेप की मांग उठाई।वहीं एक्सईएन दिनेश कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत आई है और उसका यथासंभव हल किया जाएगा।