ऊना/ सुशील पंडित: जिला ऊना के गांव देहलां निवासी जेजों खड्ड में फ्लैश फ्लड की चपेट में आने के चलते मौत की नींद सोए आपस में वहन भाई आठ लोगों को श्मशान भूमि ले जाकर पंचतत्व में विलीन किया गया। इस दौरान मृतकों में देहलां निवासी सुरजीत कुमार, उनकी धर्मपत्नी परमजीत कौर, बेटा गगन, इसी हादसे में लापता चल रहे उनके भाई स्वरूप चंद की पत्नी बलविंदर कौर, बेटा नितिन, अंकिता, भावना और उनके छोटे भाई हरमीत भटोली के रहने वालों का अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं गांव देहलां में रहने वाली दो बहनों सहित उनके परिवार की करीब पांच अर्थियां एक साथ शमशान भूमि पहुंचाई गई। दोनों के बेटों ने अपने-अपने परिजनों को मुखाग्नि दी।
वहीं गांव भटोली के रहने वाले तीन सगे भाई बहनों को अंतिम विदाई के लिए एक साथ चिता बनाई गई, जिन्हें उनके पिता ने बेहद गमगीन माहौल के बीच मुखाग्नि दी। इससे पूर्व बेहद गमगीन माहौल के बीच सभी मृतकों की अर्थियों को घरों से निकाला गया।
ज्ञात हो कि तीनों बहनें परमजीत कौर, बलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर अपने परिवारों के साथ शादी समारोह में भाग लेने के लिए गाड़ी में सवार होकर पंजाब के माहिलपुर जा रही थीं कि उनकी गाड़ी पानी के तेज बहाव में बह गई। इस हादसे के दौरान केवल परमजीत के बेटे दीपक को ही बचाया जा सका। इस हादसे में अभी 9 लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि अभी भी सुरेंद्र कौर और पलविंदर कौर के पति स्वरूप चंद लापता बताए गए हैं।
इस मौके पर स्थानीय विधायक सतपाल सिंह सत्ती और पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा भी विशेष रूप से अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। वहीं विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि पीड़ित परिवारों का दुख असहनीय है। इस हादसे में तीन परिवार तो ऐसे हैं जिनका अब मात्र एक-एक सदस्य ही बचा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के साथ पूरा समाज खड़ा है सरकार खड़ी है और वह हर तरह से इस पीड़ित परिवार की मदद के लिए सदैव उपलब्ध रहेंगे।